लुधियाना। लुधियाना रेलवे स्टेशन पर गुरुवार सुबह हाईवोल्टेज ड्रामा हुआ। यहां एक 15 साल की लड़की हाईटेंशन तारों के ऊपर फुट ओवरब्रिज से लटक गई।
यह देखकर स्टेशन पर मौजूद लोग सकते में आ गए और लड़की को उतारने की कोशिश करते रहे, लेकिन वह कभी एक छोर तो कभी दूसरे छोर पर जाकर लटकती रही।
तारों के बीच फासला होने से बची जान
हालांकि, फुट ओबरब्रिज और हाईटेंशन तारों के बीच फासला होने के कारण वह तारों की चपेट में नहीं आई। लगभग एक घंटे तक चले इस ड्रामे के बाद रेल अधिकारियों ने पावर सप्लाई बंद कर लड़की को किसी तरह से नीचे उतारा और उसे सिविल अस्पताल पहुंचाया।
बताया जाता है कि लड़की मानसिक रूप से परेशान थी। इसी कारण उसने यह कदम उठाया। शुक्र है कि प्लेटफार्म नंबर छह पर उस समय कोई ट्रेन नहीं आई अन्यथा हादसा होने की आशंका थी।
गांव सुनेत की रहने वाली है नाबालिग
गांव सुनेत में रहने वाली 15 वर्षीय लड़की गुरु नानक स्टेडियम की ओर से रेलवे स्टेशन के फुट ओवरब्रिज पर पहुंची और अचानक उसपर से हाईटेंशन तारों पर लटक गई।
लड़की को लटकते देख प्लेटफार्म पर मौजूद यात्रियों ने शोर मचाना शुरू कर दिया। इसी दौरान सूचना पाकर आरपीएफ और जीआरपी कर्मचारी मौके पर पहुंचे और लड़की को उतरने का प्रयास करते रहे।
सीढ़ी लगाकर किया रेस्क्यू
हालात गंभीर देख सुरक्षा बलों ने रेल अधिकारियों को सूचित किया और पीछे से प्लेटफार्म नंबर छह की हाईटेंशन तारों पर पावर कट लगाने को कहा। उसके बाद सीढ़ी लगाकर लड़की को किसी तरह नीचे उतारा गया। रेलवे अस्पताल के डाक्टर ने जांच की।
डॉक्टर के अनुसार लड़की मानसिक रूप से परेशान नजर आ रही थी। एंबुलेंस से लड़की को सिविल अस्पताल पहुंचाया गया और उसे उसके स्वजनों के हवाले किया गया।
जीआरपी के एसएचओ जितेंद्र सिंह ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। रेलवे स्टेशन जाने से पहले पीड़िता ने अपनी सहेली को इस बारे में बताया था। सहेली ने जब स्टेशन जाने का कारण पूछा तो उसने उसे कुछ नहीं बताया। सहेली ने लड़की की मां को इसकी जानकारी दी।
बेटी को लटकते देख बचाने की गुहार लगाती रही मां
लड़की और उसकी मां लोगों के घरों में काम करती हैं। मां रेलवे स्टेशन पहुंची और बेटी को हाईटेंशन तारों के ऊपर लटकते देखा तो उसका कलेजा बाहर आ गया।
वह जोर-जोर से चिल्लाते हुए लोगों से बेटी को बचाने की गुहार लगाती रही। मां ने बताया कि उसकी बेटी ने उसे कभी नहीं बताया कि उसे क्या समस्या है, जिसके कारण उसने इस तरह का कदम उठाया। उनके घर या जीवन में किसी तरह की दिक्कत नहीं है। एक माह पहले ही बेटी गांव से आई थी।