- जिला प्रशासन तैयारियों को दे रहा अंतिम रूप
बाराबंकी। अयोध्या का द्वार कहे जाने वाले बाराबंकी के मुख्य अयोध्या हाईवे पर इन दोनों राम भक्ति हिलोरे मार रही है। समस्त हाईवे जय श्री राम के नारों से गूंज रहा है। लखनऊ मुख्यालय से लेकर अयोध्या राम मंदिर तक यह 110 किलोमीटर का यह रास्ता राम पथ बन गया है। इस हाइवे पर कई हजार किलोमीटर पैदल सहित अन्य साधनों से चलकर लाखों की संख्या में लोग अयोध्या पहुंच रहे है। जिसको लेकर जिला प्रशासन भी डीएम सत्येंद्र कुमार के नेतृत्व में तेजी से समस्त हाईवे को रामपथ बनाने में जुटा है। जिलाधिकारी के नेतृत्व में तेजी से यहां की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। जिसमें जनपद की सीमा के अंदर हाइवे पर सफेदाबाद, सतरिख और सफदरगंज सहित अन्य महत्वपूर्ण जगहों पर बने ओवर ब्रिज पर राम कथा के प्रसंग जुड़ी आकृतियों से सुसज्जित किया जा रहा है।
हाईवे पर बनी यातायात पट्टीयों का रंग-रोगन सहित समस्त हाइवे अन्य यातायात व्यवस्थाओं से लैस हो रहा है। साथ ही हाईवे पर बड़ी संख्या में सफाई कर्मचारी तैनात कर दिए गए हैं। जोकि व्यवस्थाओं को चाक-चौबंद करने में जुटे हुए है। वहीं एक देवानंद कश्यप नाम का विकलांग राम भक्त जय श्री राम के तारों को लगता हुआ हरदोई चलकर अयोध्या की ओर जा रहा था। बात करने पर उसने बताया कि उसके पिता का नाम रामपाल कश्यप है। जोकि जन्म से ही विकलांग है। वह अपने गांव के एक अन्य साथी के साथ चलकर अयोध्या जा रहा था। उसने बताया कि वह राम भक्त है। जिससे रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम में शामिल होना चाहता है।