- कड़ाके की ठंड में ठिठुरते हुए इलाज के लिए रोजाना घंटों भटकते रहते हैं मरीज
- वर्तमान समय में राम सागर मिश्रा सौ शैय्या अस्पताल में 20 डाक्टरों की है नियुक्ति
लखनऊ। ठंड से ठिठुरते हुए मरीज सुबह सुबह बीकेटी क्षेत्र के अंतर्गत साढामऊ में स्थित राम सागर मिश्रा सौ शैय्या अस्पताल पहुंचे।जहां पर डॉक्टरों की लेटलतीफी अब मरीजों का दर्द बढ़ा रही है। सुबह ओपीडी शुरू होते ही मरीजों की लाइन लग जाती है, लेकिन डॉक्टरों के तय समय पर न पहुंचने से उन्हें घंटों इंतजार करना पड़ता है।ओपीडी का समय सुबह आठ से लेकर दोपहर दो बजे तक है।भीड़ से बचने के लिए मरीज या उनके तीमारदार सुबह आठ बजे आकर पर्चा बनवाते हैं। इसके बावजूद डॉक्टरों की लेटलतीफी उन्हें घंटों इंतजार कराती है। दर्द से कराह रहे मरीज डॉक्टरों के आने की राह देखते रहते हैं।शुक्रवार को अस्पताल में डाक्टरों के कक्षों के मरीज ग्रामीण इलाकों के दूर दराज के गांवों के तमाम मरीज खड़े थे, लेकिन डाक्टर अपने कक्ष में नहीं थे। परेशान मरीज स्वास्थ्य कर्मियों से साहब के आने के बारे में बार-बार पता करते रहे। स्टाफ डॉक्टर साहब के राउंड पर जाने की दुहाई देते रहे। मरीजों को इंतजार करते नौ बज गए, लेकिन डाक्टर साहब नहीं आए।
जिले में ठंड का प्रकोप चल रहा है। शीत लहर चलने से लोग कंपकंपाते हुए साढामऊ में स्थित राम सागर मिश्रा सौ शैय्या अस्पताल पहुंचे, लेकिन सुबह के समय डाक्टर ओपीडी में नहीं मिले। डाक्टर ओपीडी में देर से पहुंचे तब तक मरीज इंतजार करते रहे। सुबह नौ बजे तक ओपीडी में डाक्टरों की कुर्सी खाली थी।राम सागर मिश्रा सौ शैय्या अस्पताल में वर्तमान में 20 डाक्टरों की नियुक्ति है, लेकिन अधिकतर डाक्टर गायब ही रहते हैं।शुक्रवार सुबह डाक्टरों के न मिलने से मरीज परेशान रहे और इलाज के लिए इधर-उधर भटकते रहे।स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर ढंग से संचालित हो और अस्पताल आने वाले मरीजों को समय से इलाज मिले, इसके लिए मुख्यमंत्री योगी जी ने सख्त निर्देश दे रखें हैं। बावजूद इसके बीकेटी क्षेत्र के सबसे बड़े अस्पताल राम सागर मिश्रा सौ शैय्या का बुरा हाल है।सुबह आठ बजे से खुलने वाला अस्पताल डेढ़ से दो घंटे देरी से खुल रहा हैं। मरीजों को घंटों अस्पताल में खड़े होकर डाक्टरों का इंतजार करना पड़ रहा है। इससे यहां की स्वास्थ्य व्यवस्था बेपटरी नजर आ रही है।
मरीजों ने बताई परेशानी
सर्दी जुखाम और बुखार से पीड़ित इंदौरा बाग से अपनी नानी के साथ अस्पताल आए आयुष ने बताया कि डॉक्टर को दिखाने के लिए सुबह साढ़े सात बजे आ गए थे, नौ बज चुके हैं, अभी साहब के आने का इंतजार कर रहे हैं। इटौंजा क्षेत्र शाहपुर कुनौरा की उमा को न्यूरो के डाक्टर को दिखाना था,उमा की गर्दन में भयानक दर्द होता है। बकौल उमा यह सोचकर जल्दी आ गई थी कि डाक्टर को दिखाने के लिए उन्हें लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा। पर्चा भी पहले ही बनवा लिया था, लेकिन शायद आज डाक्टर उन्हें न देख सकें।इसी तरह से इटौंजा से आयी रानी को आंखों में कुछ दिक्क़त थी,वह अपनी आंख दिखाने अस्पताल साढ़े आठ बजे आ गई थी।लेकिन वह पर्चा बनवाने के बाद घंटों डाक्टर का इंतजार करती रहीं,लेकिन उन्हें भी डाक्टर के दीदार नहीं हो सके।
जिम्मेदार बोली
सभी डॉक्टरों को समय पर आने के आदेश दिए हैं।लेकिन ठंड का मौसम चल रहा है,ओपीडी के समय में कुछ ऊपर नीचे हो जाता है।वहीं कुछ डॉक्टर आने के बाद राउंड पर चले जाते हैं।ओपीडी के समय औचक निरीक्षण किया जायेगा।अगर समय से ओपीडी करते हुए जो डाक्टर नहीं मिलेगा तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।