माइनरों की सफाई में लाखो निकले मगर किसान के खेत तक पानी जाने में बनी दिक्क़तें

जे ई से लेकर ए ई व ठेकेदार गठजोड़ से हुई परेशानी

रामनगर। माइनरो की इस तरह सफाई हुई कि पानी टेल तक नहीं पंहुचा और किसानो को पंपिंग सेट से सिंचाई करनी पड़ी।सिंचाई विभाग जेई व ठेकेदार के बीच इस कदर साँठ गांठ हुई कि कार्य सही नहीं हुआ और पानी केवल माइनर में भरा रहा।अब किसानो का इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है।
रामनगर तहसील क्षेत्र मे अमलोरा के बगल से निकली माइनर को यंहा तैनात जे ई विपुल कुमार के खास ठेकेदार ने सफाई कराई जो सपा विधायक का खास बताया जा रहा है।इस माइनर की सफाई राजनैतिक दबाव वश नही हुई जिसका नतीजा है कि पानी जब बड़ी नहर से आता है तो भरा रहता है।आगे न तो किसानो के खेत जाता है न ही टेल तक पानी जिससे सरकार तमाम धन राशि खर्च करने के बाद भी किसानो को लाभ नहीं दे पा रही है। ठेकेदार व स्थानीय अफसरों का गठजोड़ किसानो के लिए अभिशाप साबित हो रहा है। इधर डीएम भी सख्त थे कि माइनर की सफाई इस तरह हो कि किसानो के खेत मे पानी जाए मगर वे भी फेल साबित हुए। कई जगह सफाई खराब रही और किसान सिंचाई को तरसते रहे।

हसन पुर पहाड़ापुर तक तो बिल्कुल पानी नहीं पंहुचा।गौराचक, सुंधियामऊ, अशोकपुर चाचू सराय ,तेलियानी,अमलोरा बरगदिया के बगल से निकली माइनर की सफाई मे लाखो भुगतान हुए मगर सफाई न के बराबर नही जिसका नतीजा हुआ कि पानी छोड़ने के बाद कई जगह पानी केवल भरा है।। बताया जाता है कि डबल नहर के कार्य मे भी विभागीय जेई व ए ई की मिली भगत देखने को मिली और समय पर कटान रोकने का कार्य न होने से कटान तक हो गई। लापरवाही होने पर भी विभाग के उच्च अधिकारियो ने कमीशन के चक्कर ने कुछ नही पूंछा।बताते है कि अधिशाशी अभियन्ता का प्रमोशन अधीक्षण अभियंता पद पर प्रमोशन हो गया है इसलिए जे ई बेलगाम है। इस संबंध मे जे ई विपुल का कहना था कि सफाई सही हुई है।डबल नहर मे पानी कम है इस लिए माइनर मे पानी कम है।

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