लखनऊ। लोकसभा चुनाव 2024 में मोहनलालगंज से भाजपा प्रत्याशी केंद्रीय राज्य मंत्री कौशल किशोर ने सोमवार को अपना नामांकन दाखिल किया। प्रदेश की राजधानी लखनऊ और उन्नाव जिले के बीच में पड़ने वाली मोहनलालगंज सीट पर भारतीय जनता पार्टी के कौशल किशोर का कब्जा है और वह अभी केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार में राज्य मंत्री हैं। इस सीट पर भाजपा हैट्रिक की तैयारी में है। गौरतलब है कि मोहनलालगंज सीट 2014 से भाजपा के कब्जे में है।
संसदीय सीट का इतिहास
कभी कांग्रेस का गढ़ कहे जाने वाला मोहनलालगंज संसदीय सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है। ये सीट 1962 में अस्तित्व में आई। 1962, 67 और 1971 के यहां कांग्रेस का वर्चस्व रहा। इसके बाद जनता पार्टी और जनता दल यहां से जीते। 1991 के पहली बार यहां भाजपा का खाता खुला। 1996 में भाजपा यहां से जीती। इसके बाद के चुनाव में यहां समाजवादी पार्टी (सपा) का कब्जा रहा। 2014 और 2019 के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रत्याशी कौशल किशोर ने यहां जीत का परचम लहराया।
पिछले दो चुनाव का हाल
2019 के आम चुनाव में भाजपा प्रत्याशी केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर ने बहुजन समाज पार्टी (बसपा) उम्मीदवार छोटे लाल वर्मा को हराया था। कौशल किशोर को 629,999 (49.58%) वोट मिले। वहीं वर्मा के खाते में 539795 (42.48%) वोट आए।
वहीं बात 2014 के चुनाव की कि जाए तो भाजपा प्रत्याशी कौशल किशोर ने 455,274 (40.77%) वोट हासिल कर जीत दर्ज की। दूसरे स्थान बसपा उम्मीदवार आर.के. चौधरी के खाते में 309,858 (27.75%) वोट आए।
2024 के चुनाव का हालचाल
भाजपा ने तीसरी बार केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर पर विश्वास जताया है। कौशल किशोर के मुकाबले में बसपा ने राजेश कुमार उर्फ मनोज प्रधान को उम्मीदवार बनाया हैं। वहीं इंडिया गठबंधन में ये सीट समाजवादी पार्टी (सपा) के खाते में है। सपा ने पूर्व कैबिनेट मंत्री आरके चौधरी पर दांव लगाया है।
मोहनलालगंज संसदीय सीट के तहत 5 विधानसभा सीटें आती हैं जिसमें मलीहाबाद, बख्शी का तालाब, सरोजिनी नगर, मोहनलालगंज और सिधौली विधानसभा सीट शामिल है। इन सभी पांचों सीटों पर भारतीय जनता पार्टी का कब्जा है। 5 में से 3 विधानसभा सीटें तो अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं।