महमूदाबाद, सीतापुर ।
राम के आदर्शों पर चलकर हमें अपने जीवन को संवरना चाहिए। राम को प्राप्त करने के लिए भरत व विभीषण जैसा त्याग होना चाहिये। राम का जीवन मर्यादित रहा है, जिससे लोग प्रेरणा लेते आ रहे हैं। आप सब ने जो राम कथा सुनी है उसका कुछ अंश ही अपने जीवन में अवश्य उतरे।
उक्त बातें उच्च न्यायालय के न्यायाधीश राजीव सिंह ने संकटा देवी धाम पहुंचकर मां संकटा देवी के गर्भ गृह में दर्शन करने के पश्चात मौजूद लोगों के बीच कहीं। न्यायमूर्ति ने नगर पालिका परिषद द्वारा मां संकटा देवी धाम परिसर में बनवाई गई इंटरलॉकिंग मार्ग का लोकार्पण विधि विधान से किया। इसके पश्चात न्यायमूर्ति राजीव सिंह ने अपने पिता रमेश सिंह के साथ श्री शतचंडी महायज्ञ में हवन पूजन कर श्रीराम कथा का आनंद लिया। इससे पूर्व कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे न्यायमूर्ति का बिसवां रोड स्थित पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस में गार्ड ऑफ ऑनर देकर स्वागत किया गया। मां संकटा देवी धाम समिति के द्वारा न्यायमूर्ति राजीव सिंह उनके पिता रमेश सिंह का स्वागत कुर्सी विधायक साकेंद्र प्रताप वर्मा, आरके वाजपेयी, आचार्य अखिलेश चंद्र शास्त्री द्वारा माल्यार्पण कर पटका व स्मृति भेटकर स्वागत किया गया