चंद्रभानु पाण्डेय की शहादत से सीख लें युवा…

  • 32वीं पुण्यतिथि पर याद किए गए शहीद चंद्रभानु पाण्डेय

बलिया। पांच दिसम्बर 1991 को पुलिस की गोलियों से ‘शहीद’ हुए छात्रनेता चन्द्रभानु पांडेय की 32वीं पुण्यतिथि पर मंगलवार को श्री मुरली मनोहर टाउन स्नातकोत्तर महाविद्यालय के जयप्रकाश नारायण सभागार में श्रद्धांजलि सभा हुई। कार्यक्रम की शुरूआत मुख्य अतिथि पूर्व नेता प्रतिपक्ष रामगोविन्द चौधरी ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया।
इस अवसर पर कहा कि स्व. चंद्रभानु पाण्डेय छात्र राजनीति में सदाचार के प्रबल पैरोकार थे। उन्होंने संघर्ष के रास्ते पर चल कर जिले की छात्र राजनीति को नई दिशा दी थी। आज की युवा पीढ़ी को उनसे सीख लेनी चाहिए। श्री चौधरी ने राजनीति की नर्सरी छात्रसंघ में संघर्ष को तरजीह न देने पर चिंता जताई। बोले, सिर्फ सोशल मीडिया के सहारे चलने वाले छात्रनेता राजनीति में सफल नहीं हो सकते। लोगों के सुख-दुख में शामिल होने वाला ही राजनीति कर सकता है। छात्र राजनीति में स्वहित नहीं होता है। बल्कि त्याग और तपस्या हैं विद्यार्थी राजनीति। नई पीढ़ी के छात्रनेताओं से स्व चंद्रभानु पाण्डेय की तरह संघर्ष के रास्ते को अपनाने का आह्वान किया।कहा कि आज देश के युवा और छात्र को पुकार रहा हैं, व्यवस्था में पारदर्शिता युवाओं के बल पर ही सम्भव हैं। सुप्रसिद्ध रंगमंच कलाकार आशीष त्रिवेदी ने अपनी कविता के माध्यम से श्रद्धांजलि अर्पित किया। इस मौके पर राणा प्रताप सिंह, राजमंगल यादव, डा.विश्राम यादव, लक्ष्मण गुप्ता,राजीवमोहन चौधरी, सच्चिता नन्द तिवारी, प्राथमिक शिक्षक संघ अध्यक्ष जितेन्द्र सिंह, माध्यामिक के अध्यक्ष बालेश्वर सिंह, महाविद्यालय शिक्षक संघ के अखिलेश राय, साथी रामजी गुप्ता,राजनाथ पाण्डेय,अरुण सिंह, राघव सिंह,अनिल राय, मृत्युंजय राय, अजय पाण्डेय, सुजीत परिहार,अकमल नईम मुन्ना कामेश्वर सिंह,गुड्डू राय, रणवीर सेंगर, धनंजय विसेन, राजेश गोड वेदप्रकाश पाण्डेय, अजय सिंह,अमित दुबे,पंकज राय,संतोष सिंह, संजय सिंह, सुनील तिवारी, संतोष चौरसिया, दिनेश प्रताप सिंह,छितेश्वर मिश्रा, डा.उमेश कुमार, बृजेश सिंह, राजेश सिंह,राकेश यादव थे। कार्यक्रम के आयोजक व स्व चंद्रभानु पाण्डेय के अनुज सुशील कुमार पांडेय ‘कान्हजी’ ने सभी के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया।

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