हमीरपुर : पीठासीन अधिकारी की कार्यशैली से नाराज चल रहे अधिवक्ताओं की हड़ताल पांचवे दिन भी जारी रही। शुक्रवार को जिला अधिवक्ता संघ एवं प्रोग्रेसिव एंड प्रैक्टिसिंग डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन के संयुक्त तत्वावधान में अधिवक्ताओं ने पीठासीन अधिकारी की बुद्धि शुद्धि के लिए सुंदरकांड का पाठ किया। पूजा पाठ की शुरुआत पं.कमलेश कुमार पांडेय द्वारा अध्यक्ष फूलसिंह कुशवाहा व राजेंद्र वीर सिंह चौहान के हाथों से कराई गई। इस मौके पर अधिवक्ताओं ने अपने विचार भी व्यक्त किए।
धरना प्रदर्शन में मौजूद अधिवक्ता रामदत्त पाठक ने कहा कि यह धर्म और अधर्म की लड़ाई है। जीत धर्म की ही होगी। भगवानदास दीक्षित द्वारा कविताओं के माध्यम से विचार व्यक्त किए गए। शुक्रवार को हुए आंदोलन व सुंदरकांड के पाठ में अधिवक्ताओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। इस दौरान दस अधिवक्ता धरने पर भी बैठे रहा। राजेंद्रवीर सिंह चौहान के आह्वान पर आंदोलन को जारी रखने का संकल्प लिया गया। इस मौके पर आशुतोष सिंह गौर, धर्मेंद्रदत्त बाजपेई, शैलेंद्र सचान, अजय पालीवाल, ब्रजेश साहू, महेश प्रसाद समेत तमाम अधिवक्ता मौजूद रहे। अधिवक्ताओं ने कहा कि आंदोलन की सूचना बराबर उच्च न्यायालय को दी जा रही है लेकिन कोई प्रभाव नही पड़ रहा है। पीठासीन अधिकारी अपने स्वभाव के चलते अधिवक्ताओं की हड़ताल के बाद भी मुकदमे बिना सुनवाई के खारिज कर रही हैं। जिससे अधिवक्ताओं का आक्रोश बढ़ता जा रहा है। कार्यक्रम का संचालन महामंत्री देवीप्रसाद शुक्ला ने किया।