सूरतगंज बाराबंकी। फतेहपुर ब्लॉक इलाके के कुछ ग्राम पंचायतों में मनरेगा योजना का हाल काफी बदहाल है। खुलेआम महत्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार योजना की धज्जियां उड़ाई जा रही है। मनरेगा के तहत चकबन्ध निर्माण व तालाब खुदाई कार्य में जमकर सरकारी धन का बंदरबांट हो रहा है। बताते चलें कि ग्राम पंचायत रसूलपुर में इन दिनों स्वतंत्रता सेनानी लाल बहादुर शास्त्री अमृत सरोवर तालाब से पानी निकलवाकर खुदाई का कार्य जोरों पर चल रहा है। सूत्रों की माने तो यहां ठेकेदारी प्रथा का बोलबाला है। ग्राम पंचायत के मजदूरों की जगह बाहर से मजदूर बुलाकर ठेके पर काम कराया जा रहा है। जिससे गांव के गरीब मनरेगा मजदूर रोजगार की आस में दूर-दराज शहरों को पलायन करने पर मजबूर हैं। स्थिति यह है कि प्रधान के चहेतों के नाम पर मनरेगा का फर्जी भुगतान कराया जाता है। ग्रामीणों की माने तो प्रधान और सचिव द्वारा अधिकतर योजनाओं में फर्जी मजदूरों के नाम पर मस्टररोल भरके अवैध तरीके से धन निकासी की जा रही है। ब्लॉक के जिम्मेदार अधिकारी भी जान बूझकर कार्रवाई के नाम पर निस्क्रीय दिखते हैं। जिसका लाभ गांव के मनरेगा मजदूरों की बजाय ग्राम प्रधान के गुर्गे व बिचौलियों को मिल रहा है। इस संबंध मे खण्ड विकास अधिकारी फतेहपुर से बात की गई तो उन्होंने उक्त मामले की जानकारी लेकर जांच कराने की बात कही है। फिलहाल किस हद तक जांच होगी कौन इसकी जद में आएगा ये तमाम सवाल बरकरार हैं ?