श्रीकृष्ण के बाल स्वरूप को लड्डू गोपाल कहा जाता है। माना जाता है कि घर में लड्डू गोपाल स्थापित करने पर और उनकी पूरे मनोभाव से पूजा करने पर सुख-समृद्धि बनी रहती है और जीवन में खुशहाली आती है। मान्यतानुसार कृष्ण स्वरूप लड्डू गोपालको खाने का बहुत शौक था, इसीलिए वे बचपन में मक्खन चुराकर खाया करते थे। ऐसे में खानपान के शौकीन बालगोपाल को भोग में क्या चढ़ाया जा रहा है और क्या नहीं इसका विशेष महत्व होता है। यहां जानिए लड्डू गोपाल को किस तरह का भोग कभी नहीं लगाना चाहिए और किस तरह का भोग उन्हें लगाया जा सकता है।
इन चीजों का भोग नहीं लगाना चाहिए
लड्डू गोपाल के भोग में तामसिक चीजों को शामिल करने से परहेज के लिए कहा जाता है।
इन चीजों में मीट, मछली और अंडे शामिल हैं।
इन चीजों और इनसे बनने वाली चीजों को खानपान में शामिल नहीं करना चाहिए।
जंगल से आने वाले मशरूम भी भोग का हिस्सा नहीं बनाने चाहिए।
गाजर, लाल मसूर की दाल और समुद्री सब्जियों को लड्डू गोपाल के भोग में शामिल नहीं करना चाहिए।
प्याज और लहसुन को भी भोग का हिस्सा नहीं बनाना चाहिए।
खाने की ये चीजें भी तामसिक कही जाती हैं।
फलों में जामुन को भी लड्डू गोपाल को भोग में नहीं लगाते हैं।
श्रीकृष्ण के भोग के लिए जामुन को अच्छा नहीं माना जाता है।
ऐसा होना चाहिए भोग
लड्डू गोपाल के भोग में दूध और दूध से बनी चीजों को शामिल किया जा सकता है।
दही, मक्खन और मलाई भी भोग में डाले जा सकते हैं।
सात्विक चीजों को भोग का हिस्सा बनाया जा सकता है।
लड्डू गोपाल के भोग में खीर, मिश्री और हलवा भी शामिल किए जा सकते हैं।
खोये से बनने वाले पकवान और मिठाइयां लड्डू गोपाल को प्रिय होते हैं।