उपेक्षा से आहत क्षत्रिय करेंगे महापंचायत
आम चुनाव २०२४ में राजनैतिक दलों द्वारा की जा रही उपेक्षा से आहत होकर क्षत्रिय महासभा बदायूं द्वारा शिवपुरम बदायूं में प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया
इस अवसर पर महाराणा प्रताप विकास ट्रस्ट के अध्यक्ष हरि प्रताप सिंह राठोड़ एडवोकेट ने बताया कि पांच सौ से अधिक क्षत्रिय राजाओं द्वारा अपने राज्य विलय किए जाने के कारण देश का वर्तमान मानचित्र प्रभाव में आया। देश में कुल जनसंख्या का सातवां हिस्सा बीस करोड़ क्षत्रिय है। देश में लगभग चौदह करोड़ क्षत्रिय मतदाता हैं। डेढ़ सौ से अधिक लोकसभा क्षेत्र क्षत्रिय बाहुल्य है। पांच सौ से अधिक विधान सभा क्षेत्र क्षत्रिय बाहुल्य है। देश में सामाजिक न्याय की आधारशिला क्षत्रिय ने रखी, आर एस एस को पिछड़ों और दलितों से जोड़ने का कार्य क्षत्रिय द्वारा किया गया, वर्ष २०१४ में देश में बड़े राजनैतिक परिवर्तन की प्रमुख भूमिका में भी क्षत्रिय था। फिर भी क्षत्रियों के राजनैतिक प्रतिनिधित्व को षडयंत्र के तहत समाप्त किया जा रहा है। क्षत्रियों को अपमानित कराया जा रहा है। देश का सर्वाधिक संख्या वाला वर्ग आक्रोशित है, चुनाव के समय आंदोलित है, बड़ी बड़ी पंचायत बुलाई जा रही है, बदायूं जिला मुख्यालय पर भी क्षत्रिय महा पंचायत प्रस्तावित हैं, संगठन योजना तैयार कर रहा है।
प्रदेश कोषाध्यक्ष डॉ सुशील कुमार सिंह ने बताया कि जनपद बदायूं में सबसे बड़ा वोट बैंक क्षत्रिय है, बरेली मंडल का सबसे बड़ा वोट बैंक ठाकुर है, प्रदेश में हमारी संख्या १८ प्रतिशत है, फिर भी एक मंडल में एक लोकसभा टिकट ठाकुर को नहीं दिया गया है, बरेली मंडल में एक भी टिकट ठाकुर को नहीं मिला है, इतना ही नहीं संगठन में भी महत्वपूर्ण पद ठाकुरों को नहीं दिए जा रहे हैं। केन्द्र सरकार में, राज्य सरकारों में ठाकुर महत्वहीन हैं, देश के बड़े ठाकुर नेताओ को घर बैठा दिया गया है। आज़ादी के बाद अब तक एक भी ठाकुर को भारत रत्न नहीं मिला है। पदम पुरस्कार भी ठाकुरों को नहीं दिए जाते हैं। किसी भी राज्य में ठाकुर राज्यपाल नहीं है। हर स्तर पर ठाकुर उपेक्षित है। इस आम चुनाव ने ठाकुरों को आत्म मंथन करने को विवश कर दिया है।
पूर्व मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ एस के सिंह ने कहा कि दुर्भाग्य का विषय है कि उस समाज को, जिसने देश के लिए सबसे ज्यादा बलिदान किया है, त्याग किया है आज मुहिम चलाकर उस समाज को राजनीति में समाप्त किया जा रहा है। समाज आहत है और कड़ा निर्णय लेने वाला है, जो आम चुनाव को प्रभावित करेगा।
इस अवसर पर क्षत्रिय महासभा उत्तर प्रदेश के प्रदेश कोषाध्यक्ष डॉ सुशील कुमार सिंह, जिला महासचिव रतनवीर सिंह तोमर, संरक्षक क्षत्रिय सैनिक सभा विजय रतन सिंह, पूर्व उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ एस के सिंह, जिला संगठन मंत्री भू राज सिंह, अध्यक्ष क्षत्रिय समाज विकास समिति सुरेश सिंह सिसौदिया, जिला सचिव अभिषेक पुंडीर आदि की सहभागिता रही।