सरकारी बैंक कर्मचारियों के लिए खुशखबरी है. इंडियन बैंक एसोसिएशन (IBA) और यूनियनों की सरकारी कर्मचारियों की सैलरी बढ़ाने के लिए वेतन समझौते पर रजामंदी बन गई हैं. भारतीय बैंक संघ (आईबीए) और यूनियनें 5 सालों के लिए 17 फीसदी सैलरी रिवीजन करने पर सहमत हो गई हैं. ये वेतन बढ़ोतरी एक नवंबर 2022 से पेंडिंग थी और इसके लिए MoU भी साइन हो गया है.
क्या है फैसले की मुख्य बातें
वेतन समझौते पर हस्ताक्षर के तहत जो लाभ मिलेंगे उनमें 1.11.2022 से 17 फीसदी वेतन बढ़ोतरी लागू होगी. इसमें बेसिक + डीए पर 3 फीसदी लोडिंग का लाभ मिलेगा. पेंशन रिवीजन के साथ साथ 5 डेज वर्किंग का नियम लागू होगा. अब ये मामला वित्त मंत्रालय के पाले में है.
(AIBOC) ने किया ट्वीट
ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स कन्फेडरेशन ने एक्स पर पोस्ट में जानकारी दी है कि एआईबीओसी की ओर से कॉमरेड बालाचंद्र पीएम (अध्यक्ष) के साथ सिग्नेचर किए गए हैं और जॉइंट नोट को अंतिम रूप देने से पहले किसी भी बचे मुद्दों के लिए भी चर्चा होगी. इसमें ये भी कहा गया कि हालांकि बांटी गई रकम उनकी शुरुआती अपेक्षाओं को पूरा नहीं करती है, लेकिन पेंशनर्स के लिए एक अच्छी खबर है क्योंकि अब उन्हें लंबे समय से इंतजार के बाद ‘अनुग्रह’ राशि हासिल होगी यानी पेंशन रिवीजन होगा.
AIBOC ने जताई खुशी
वेतन में 17 फीसदी बढ़ोतरी को लेकर IBA के साथ समझौते के बाद पेंशन रिवीजन पर भी रजामंदी हो गई है. हर एक शनिवार को छुट्टी की मांग को लेकर अभी मामला अटका है और नोट में इस पर दस्तखत नहीं हुए हैं. हालांकि AIBOC की ओर से कहा गया है कि उसने जॉइंट नोट निपटान को फाइनल टच देने से पहले 5डेज वर्किंग (पांच दिवसीय बैंकिंग) को लागू करने के लिए प्रतिबद्धता हासिल की है और ये ऑन रिकॉर्ड है. एआईबीओसी ने खासतौर से 5डेज वर्किंग और पेंशनर्स के लिए राहत पर आईबीए के आश्वासन पर विचार करते हुए इस समझौते पर सहमति जताई है. सैलरी परसेंटेज और वेटेज अनुमान से कम होने के बावजूद ये देश के 8.50 लाख बैंक कर्मचारियों के लिए खुशी की बात है.