वाराणसी। कैंट थाना क्षेत्र के नदेसर इलाके में मिंट हाउस के पास शुक्रवार की देर रात वरुणा पुल से नदेसर की ओर जा रही एक तेज रफ्तार कार अनियंत्रित होकर डिवाइडर से जा टकराई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि कार दूसरी लेन में जाकर बिजली के खंभे से जा भिड़ी।
इस दौरान विपरीत लेन में चौकाघाट स्थित लकड़ी मंडी निवासी श्यामजी चौहान (30), उनके साथ बाइक पर जा रही एक महिला और एक अन्य युवक कार की चपेट में आ गए। हादसा इतना जबरदस्त था कि महिला की मौके पर ही मौत हो गई।
महिला श्यामजी चौहान के परिवार की ही है, लेकिन उसका नाम पता नहीं चल पाया है। महिला का शव डीडीयू अस्पताल स्थित मर्चरी में रखवा दिया गया है। श्यामजी चौहान को स्थानीय लोगों ने कबीर चौरा अस्पताल पहुंचाया जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
होंडा सिटी का तेज रफ्तार में तीन बार हो चुका है चालान
होंडा सिटी कार यूपी-65बीवी-9559 चौक के रहने वाले मोहम्मद शैफ अली के नाम है। युमना एक्सप्रेस-वे पर तेज रफ्तार में चलाने पर वर्ष 2023 में तीन बार चालान भी हो चुका है। क्रमश: पांच फरवरी को पांच सौ, सात मार्च को एक हजार और छह अक्टूबर को दो हजार रुपये का चालान हुआ है। हालांकि, कार मालिक ने तीनों चालान का जुर्माना भुगत लिया है।
इंश्योरेंस 2025 तक है लेकिन उसका प्रदूषण फेल है। इस वाहन का चालक या मालिक पहले से ही कार तेज रफ्तार में चलाता था। लगातार जुर्माना होने के बाद भी उसके सेहत पर कोई फर्क नहीं पड़ा और उसकी यह रफ्तार शुक्रवार की रात दो लोगों की जान ले ली और एक गंभीर रूप से घायल है।
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि कार की रफ्तार इतनी तेज थी कि पहले मिंट हाउस तिराहे पर बने पुलिस बूथ में टक्कर मारने के बाद आगे डिवाइडर में टकराने के साथ खादी गांधी आश्रम के पास बाइक सवार पति-पत्नी को जोरदार टक्टर मार दी। इसका अंदाजा क्षतिग्रस्त बिजली के खंभे को देखकर लगाया जा सकता है।
यह संयोग था कि दुर्घटना के दौरान एयरबैग खुलने से उसमें सवार तीनों की जान तो बच गई लेकिन वे मौका पाकर भाग निकले। प्रत्यक्षदशिर्यों का कहना है कि कार सवार तीनों लोग नशे में थे और लड़खड़ाते हुए दौड़कर भागे। कार नंबर के सहारे पुलिस चौक क्षेत्र में रहने वाले मालिक के घर पहुंची तो कोई पुरुष नहीं मिले।
मिंट हाउस तिराहे पर रोज होते हैं हादसे
मिंट हाउस तिराहे पर आए दिन दुर्घटनाएं होती हैं। वाहन क्षतिग्रस्त होने के साथ घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया जाता है लेकिन पुलिस हादसे को रोकने के लिए कमिश्नरेट पुलिस ने कोई ठोस इंतजाम आज तक नहीं किया। दुर्घटना का प्रमुख वजह यह है कि छावनी क्षेत्र के कई हाेटल में बार है। रात में शराब के नशे में उनकी रफ़्तार तेज हो जाती है कि सड़क किनारे खड़े स्तब्ध रह जाते हैं।
स्थानीय लोगों ने कई बार मिंट हाउस तिराहे पर पुलिस की व्यवस्था करने के साथ बैरिकेडिंग करने को कहा है लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। कमिश्नरेट पुलिस ने मिंट हाउस तिराहे पर पुलिस बूथ बना दिया लेकिन वहां कोई पुलिस कर्मी नहीं रहता है, बल्कि पुलिस बूथ दुर्घटना की वजह बन गई है।