कानपुर: कमिश्नरेट पुलिस कई अच्छे काम करने के बाद भी अपने ही कुछ कर्मियों की काली करतूतों के कारण जनता का भरोसा खोता जा रही है। यह आरोप आम है कि सड़क से थाने तक कानून के रखवाले ही कानून तोड़ने वालों को रुपये के लालच में छोड़ देते हैं।
हाल की कई घटनाओं में पुलिस कर्मियों का ईमान डगमगाने के कारण वर्दी पर दाग लगा है और महकमे की किरकरी हुई है। मामला सड़क हादसे का हो या मारपीट का, तमाम पुलिस कर्मी सीधे घूस लेने से भी नहीं डर रहे हैं, यही नहीं चोरी, हत्या और लूट जैसी वारदातों में भी शामिल होने लगे हैं।
पुलिस कर्मियों के खिलाफ भ्रष्टाचार और अपराध की शिकायतें बढ़ने पर तत्कालीन पुलिस कमिश्नर बीपी जोगदंड ने चारों जोन से 90 ऐसे दागी कर्मियों की सूची तैयार कराई थी, जिनके ऊपर चार मुकदमे दर्ज थे। अब यह दागी सूची और लंबी हो सकती है। एक बार फिर पुलिस कमिश्नर ने ऐसे पुलिस कर्मियों को चिह्नित करने को कहा है, जो अपराध करते या कराते हों अथवा आचरण ठीक न हो।
घूसखोरी में इंस्पेक्टर, दरोगा जेल गए
कानपुर कमिश्नरेट में हाल ही में कलक्टरगंज इंस्पेक्टर ने 50 हजार की घूस ली थी। एंटी करप्शन ने उसे रंगे हाथ पकड़ा था। पुलिस कमिश्नर डॉ आरके स्वर्णकार ने इंस्पेक्टर को निलंबित कर विभागीय जांच बैठा दी है। आरोपी इंस्पेक्टर को जेल भेजा जा चुका है। इसी प्रकार पूर्व में हनीट्रैप रैकेट चलाने वाली महिला दरोगा भुवनेश्वरी को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। एडीसीपी राहुल मिठास के कार्यालय में तैनात महिला दरोगा भुवनेश्वरी की शिकायत एक अधिवक्ता और उसके साथी ने पूर्व पुलिस कमिश्नर से की थी। जिसके बाद टीम बनाकर कार्रवाई की गई थी। हाल ही में पूर्वी क्षेत्र के 52 भ्रष्ट सिपाहियों को एडीसीपी लखन सिंह ने लाइन हाजिर कर दिया था। एक नवंबर को सिविल लाइंस स्थित स्ट्रीट फूड हब में डायल 112 के दो सिपाहियों ने दुकानदार से मारपीट कर दुकान में पेशाब कर दी थी। इस पर दोनों निलंबित किए गए।
शर्मसार करने वाली हालिया घटनाएं
24 दिसंबर 2022 : गोविंद नगर थानाक्षेत्र में सिपाही मुकेश, अमित व उसके साथी ने वसूली के लिए दुकानदार का अपहरण कर फिरौती मांगी। टीम ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया था।
19 जनवरी 2023 : पनकी रोड पर मुफ्त की मिठाई लेने के लिए नशे की हालत में दरोगा सर्वेंद्र कुमार ने दुकान मालिक को पीटा। डीसीपी पश्चिम ने उसे निलंबित किया।
23 फरवरी 2023 : सचेंडी में हार्डवेयर कारोबारी से 5.30 लाख लूटने में दरोगा यतीश कुमार, हेड कांस्टेबल अब्दुल राफे और दरोगा रोहित सिंह को निलंबित कर दिया गया। तत्कालीन पुलिस कमिश्नर ने दरोगा रोहित को बर्खास्त कर दिया था।
19 जून 2023 : गोकशी करने वाले गिरोह में शामिल जाजमऊ के हेड कांस्टेबल अहमद को डीसीपी पूर्वी ने निलंबित कर दिया। यह कार्रवाई कानपुर देहात की रिपोर्ट पर की गई।
7 जुलाई 2023 : जाजमऊ हाईवे पर ट्रक से वसूली के चक्कर में आधा दर्जन पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया।
8 सितंबर 2022 : बिधनू में कारोबारी के घर घुसकर मारपीट और वसूली करने के आरोप में तीन ट्रेनी दरोगा दीपक कुमार, मोहित राणा और कुशलवीर राठी को निलंबित किया गया।
8 अक्तूबर 2023 : जाजमऊ थाने में पीटने व रुपये छीनने पर दो सिपाहियों सत्येंद्र सिंह और मोहम्मद नफीस को लाइन हाजिर किया गया।
11 अक्तूबर 2023 : चकेरी हाईवे पर वसूली करने पर पीआरवी में तैनात एसआई सुभाष सिंह और हेड कांस्टेबल आनंद कुमार को डीसीपी हेडक्वार्टर तेजस्वरूप सिंह ने निलंबित कर दिया।
भरोसा टूटने के कारण ही सोशल मीडिया का सहारा
कुछ पुलिस कर्मियों की गलत हरकतों के कारण जनता के बीच पूरे विभाग का भरोसा टूट रहा है। कमिश्नरेट लागू होने के बाद स्थिति कुछज्यादा ही बिगड़ गई है। यही वजह है कि थाने के चक्कर काटने और वसूली से बचने के लिए अधिकतर लोग ऑनलाइन शिकायत दर्ज करा देते हैं। सोशल मीडिया पर घटना को पोस्ट कर देते हैं।
अपराधियों से मिलीभगत या अपराध में होगी बर्खास्तगी
आरोप है कि कुछ पुलिस कर्मी पूर्व में तैनाती वाले थाना क्षेत्रों के मुखबिरों के जरिए दखल देकर धर पकड़ करते हैं। यह संगठित अपराध की श्रेणी में आता है। डीसीपी दक्षिण प्रमोद कुमार के अनुसार पुलिस कमिश्नर ने सूची में ऐसे पुलिसकर्मियों के नाम शामिल करने के निर्देश दिए हैं, जो अपराध करते या कराते हों।