कानपुर: शहर में शीतलहर के सितम के बीच घने कोहरे ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। रविवार की सुबह घने कोहरे से हुई और सूरज दोपहर के बाद ही चमक पाया। दो दिनों से तीन डिग्री सेल्सियस पर ठहरा न्यूनतम पारा मामूली बढ़कर 3.6 डिग्री पर दर्ज किया गया तो दिन का तापमान गिर गया।
इसके चलते जगह-जगह अलाव जलते रहे। घने कोहरे ने रफ्तार पर ऐसा ब्रेक लगाया कि हाईवे पर वाहनों की चाल थम गई। एयरपोर्ट पर विमान सेवा का संचालन ठप हो गया। सेंट्रल स्टेशन पर कई ट्रेनें दूसरे दिन पहुंची, जबकि 71 ट्रेनें घंटों देरी से आईं। मौसम विभाग ने फिलहाल ठिठुरन और कोहरे से राहत की उम्मींद नहीं जताई है।
रविवार सुबह जब लोग नींद से जागे तो कोहरे की घनी चादर के कारण 10-20 मीटर दूर दिखाई देना भी मुश्किल हो रहा था। वाआईपी रोड और कैंट इलाके में कई जगह दृश्यता शून्य रही। घने कोहरे की वजह से सूरज दोपहर बाद ही चमक पाया, लेकिन गलन और धुंध के चलते धूप बेअसर रही।
131 विमान यात्री परेशान लखनऊ की लगाई दौड़
चकेरी एयरपोर्ट पर दोनों फ्लाइट कैंसिल होने से लोगों को भारी परेशानी उठानी पड़ी। मुंबई और दिल्ली जाने वाले 131 विमान यात्री फ्लाइट नहीं उड़ने से मायूस हो गए। जरूरी काम के लिए मुंबई, दिल्ली जाने वाले यात्रियों को लखनऊ की दौड़ लगाने के लिए मजबूर होना पड़ा।
दिन का पारा और गिरा रात में मामूली सुधार
मौसम वैज्ञानिकों ने रविवार को न्यूनतम तापमान 3.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यह सामान्य से 3 डिग्री कम रहा। अधिकतम तापमान 14 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यह सामान्य से 2.4 डिग्री कम रहा। सीएसए कृषि विवि के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एसएन सुनील पाण्डेय ने बताया कि मंगलवार तक कोहरा इसी तरह घना बना रह सकता है। सर्दी का प्रकोप भी बढ़ेगा।
5173 ने टिकट वापस किए प्लेटफार्म पर ठिठुर रहे यात्री
कोहरे की वजह से ट्रेनों की लेटलतीफी के कारण रविवार को 5173 यात्रियों ने अपने रिजर्व टिकट लौटा दिए। रेल यातायात की हालत यह रही कि सेंट्रल स्टेशन पर शनिवार को आने वाली ट्रेनें रविवार को पहुंची। सबसे अधिक दिल्ली-हावड़ा रूट की ट्रेनें प्रभावित रहीं। इस रूट की 48 ट्रेनें घंटों देरी से आने के कारण यात्रियों को प्लेटफार्म पर ठिठुरना पड़ा। 71 ट्रेनें ऐसी रहीं जो सेंट्रल पर घंटों देरी से आईं।