विधायकों को टूट से बचाने के लिए जेडीयू पूरी तरह से एक्टिव

पटना। जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने शुक्रवार को कहा कि विधानसभा में एनडीए के पास पूर्ण बहुमत है। विपक्ष द्वारा खेला का दावा हवा-हवाई है। विपक्ष का मंसूबा कामयाब नहीं होगा। सत्ता गंवाने के बाद विपक्षी कुनबा राजनीतिक रूप से बेरोजगार हो चुका है। यही वजह है कि बिना किसी बात के हो हल्ला मचाए हुए है। नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की पार्टी को तोड़ना असंभव है।

जदयू प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि विपक्ष की ओर से जनता में भ्रम की स्थिति पैदा करने के लिए आधारहीन व बेतुकी बयानबाजी की जा रही है। इसका कोई राजनैतिक औचित्य नहीं है।जोड़-तोड़ की राजनीति करने वालों का मंसूबा कभी सफल नहीं होगा।

अंत में उन्हें निराशा ही हाथ लगेगी। एनडीए को 128 विधायकों का समर्थन प्राप्त है। यह बहुमत से छह अधिक है। साफ तौर पर सत्ता का गणित एनडीए के पक्ष में है।

जदयू प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि दरअसल विपक्ष रो अपने साथ ही खेला होने का डर सता रहा है। यही वजह है कि कांग्रेस ने अपने दल के सभी विधायकों को हैदराबाद शिफ्ट कर दिया है। दूसरे के घरों में तोड़-फोड़ की साजिश रचने से पहले विपक्ष को अपने घर की चिंता करनी चाहिए।

जेडीयू भी अपने विधायकों को बचाने के लिए अलर्ट
जदयू अपने विधायकों को एक साथ दिखाने को ले भोज का माध्यम अपनाया है। सोमवार को विधानमंडल बजट सत्र के आरंभ के दिन ही फ्लोर टेस्ट होना है। फ्लोर टेस्ट के दो दिन पहले से ही विधायक पटना में एक साथ दिखें, यह व्यवस्था की जा रही। इसके लिए भोज को माध्यम बनाया जा रहा।

शनिवार को जदयू कोटे से मंत्री बने श्रवण कुमार के आवास पर भोज का आयोजन होना है। इस भोज में शामिल होने के लिए जदयू ने अपने सभी विधायकों को आमंत्रित किया है। यह भी संभव है कि मु्ख्यमंत्री नीतीश कुमार की भी वहां मौजूदगी रहे। रविवार को मंत्री विजय चौधरी के आवास पर जदयू विधायकों के भोज की खबर है।

कांग्रेस विधायकों को बचाने के लिए अलर्ट
अपने विधायकों की एकजुटता को लेकर प्राय: राजनीतिक दल सक्रिय हैं। कांग्रेस ने अपने विधायकों को हैदराबाद में प्रवास कराया हुआ है। भाजपा अपने विधायकों के लिए बोधगया में प्रशिक्षण शिविर कर रही। वहीं जदयू इसके लिए डिनर डिप्लोमेसी शुरू कर रहा है।

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