पूंजी गई मां लक्ष्मी, गजानन को लगा भोग
बच्चे और नौजवानों ने जमकर
की आतिशबाजी
बलिया। नगर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में दीपावली का पर्व हर्षोल्लास के साथ रविवार को मनाया गया। इस बार पहले की अपेक्षा आतिशबाजी कम हुई और रात साढ़े दस बजे के बाद लोगों ने पटाखे नहीं फोड़े। दीपावली को लेकर लोगों में उत्साह देखने को मिला। सुबह से ही लोग घर की सजावट एवं लक्ष्मी पूजन की तैयारी में जुटे रहे। बाजार में भी खासी चहल-पहल रही। शाम ढलते ही जनपद रोशनी से जगमगा उठा। बिजली की झालरों एवं दीयों सेे सजे घरों में विधि-विधान से मां लक्ष्मी की पूजन के बाद बच्चे और नौजवान आतिशबाजी के साथ दीपावली के जश्न में जश्न में डूब गए। इसके पूर्व लोगों ने अपने-अपने घरों में मिट्टी के दीये, रंग-बिरंगी मोमबत्ती जलाया। इसके अलावा अपने मकानों पर रंग-बिरंगी विद्युत झालर भी जलाए। इसके साथ ही युवतियां व महिलाओं ने एक से बढ़कर एक रंगोली बनाकर उसमें दीपक जलाया। वहीं घर के मुख्य द्वार को अप्राकृतिक व प्राकृतिक फूलों से सजाया गया था। उधर, दुकानदार अपने-अपने प्रतिष्ठानों में गणेश-लक्ष्मी की विधिवत पूजन अर्चन किया और खाता बही बदला। तत्पश्चात बच्चे से लेकर नौजवानों ने रात आठ बजे से लेकर साढ़े 10 बजे तक जमकर आतिशबाजी की। इस दौरान बच्चों के साथ उनके अभिभावक मौजूद रहे। रात में रोशनी देखने से ऐसा प्रतीत हो