नई दिल्ली। हिंद महासागर में एक व्यापारिक जहाज पर ड्रोन हमले की खबर सामने आई है। व्यापारिक जहाज इस्राइल से जुड़ा बताया जा रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जहां इस्राइल से संबंधित बताया जा रहा है। ब्रिटिश सेना की यूनाइटेड किंगडम मैरीटाइम ट्रेड ऑपरेशंस और समुद्री सुरक्षा फर्म एंब्रे ने कहा कि एक व्यापारिक जहाज पर भारत के वेरवल के पास ड्रोन द्वारा हमला किया गया। हालांकि इस हमले में कोई हताहत नहीं हुआ है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, यूनाइटेड किंगडम मैरीटाइम ट्रेड ऑपरेशंस ने कहा कि हमला एक अनक्रूड एरियल सिस्टम द्वारा किया गया था। हालांकि ये किसके द्वारा किया गया इसके बारे में जांच की जा रही है। जहाज पर लाइबेरिया का झंडा लगा था। उस पर रसायन उत्पाद टैंकर थे और इस्राइल से संबद्ध था। ये भी बताया जा रहा है कि हमले के कारण जहाज में आग लग गई और उसके एक हिस्से को क्षति पहुंची है। जहाज से आखिरी बार सऊदी अरब को फोन किया गया था। जब जहाज पर हमला किया गया उस समय वह भारत के नजदीक था।
इस बीच, रक्षा अधिकारियों ने बताया कि भारतीय तटरक्षक बल का जहाज आईसीजीएस विक्रम पोरबंदर तट से 217 समुद्री मील दूर अरब सागर में एक व्यापारिक जहाज एमवी केम प्लूटो की ओर बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि जहाज में ड्रोन हमले के कारण आग लगने की घटना की आशंका है। जहाज में कच्चा तेल है और यह सऊदी अरब के एक बंदरगाह से मंगलोर की ओर जा रहा था। प्राप्त जानकारी के अनुसार, आग तो बुझ गई है लेकिन इसका असर कामकाज पर पड़ा है।
उन्होंने कहा कि आईसीजीएस विक्रम को भारतीय विशिष्ट आर्थिक क्षेत्र की गश्त पर तैनात किया गया था जब उसे संकट में फंसे व्यापारिक जहाज की ओर निर्देशित किया गया था। उन्होंने बताया कि जहाज के चालक दल में चालक दल के सभी सदस्य सुरक्षित हैं जिनमें करीब 20 भारतीय भी शामिल हैं। आईसीजीएस विक्रम ने क्षेत्र के सभी जहाजों को सहायता प्रदान करने के लिए सतर्क कर दिया है।