नई दिल्ली। भारत का पड़ोसी देश पाकिस्तान आतंकियों के लिए सुरक्षित ठिकाना बन गया है। पाकिस्तान से कई आतंकी संगठन संचालित होते हैं, जो पड़ोसी देशों में आतंकवादी घटनाओं को अंजाम देते हैं, लेकिन पाकिस्तान इन आरोपों से इनकार करता आया है।
हालांकि, पाकिस्तान के इन दावों की पोल एक बार फिर खुल गई है। पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत के कोह-सब्ज क्षेत्र में स्थित आतंकी संगठन जैश अल-अदल के ठिकानों को ईरान ने निशाना बनाया है।
ऐसे में आपको आतंकी संगठन जैश अल अदल के बारे में बताते हैं, ये संगठन कब बना और ईरान ने उसके खिलाफ एयरस्ट्राइक क्यों की।
ईरान ने पाकिस्तान पर क्यों की एयरस्ट्राइक?
दरअसल, ईरान ने मंगलवार को जैश अल अदल के दो ठिकानों को निशाना बनाया है। इस हमले में दो बच्चों की मौत हुई है, जबकि तीन अन्य घायल हुए हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इस संगठन ने ईरान के दक्षिण-पूर्व में सिस्तान-बलूचिस्तान प्रांत के रस्क शहर में पुलिस स्टेशन पर हमले को अंजाम दिया था। इस हमले में 11 पुलिसकर्मी मारे गए थे। जिसे बाद ईरान ने जैश अल अदल के ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की।
कब बना जैश अल अदल?
- जैश अल अदल की स्थापना साल 2012 में की गई थी।
- यह एक सुन्नी आतंकवादी संगठन है, जिसका सरगना सलाउद्दीन फारूकी है।
- जैश अल अदल ने अपनी स्थापना के बाद से ही ईरान में कई हमलों को अंजाम दिया है।
- साथ ही जैश अल अदल ने कई बार ईरान के बॉर्डर से ईरानी सुरक्षा कर्मियों को भी अगवा किया है।
- आतंकी संगठन का दावा है कि इसका मकसद सिस्तान और बलूचिस्तान प्रांत की स्वतंत्रता है।
- जैश अल अदल ने दिसंबर 2023 में सिस्तान-बलूचिस्तान में एक पुलिस स्टेशन पर हमले को अंजाम दिया था, जिसमें 11 ईरानी अधिकारी मारे गए।
इन देशों ने घोषित किया आतंकी संगठन
पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत से चल रहे जैश अल अदल को कई देशों ने पाबंदी लगाई है। जापान, न्यूजीलैंड और अमेरिका ने जैश अल अदल को आतंकी संगठन घोषित कर रखा है।
पाकिस्तान ने क्या कहा?
वहीं, ईरान द्वारा की गई एयरस्ट्राइक की पाकिस्तान ने कड़ी निंदा की है। पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने कहा कि ईरान ने उनके हवाई क्षेत्र का उल्लंघन किया है। यह हमला पूरी तरह से अस्वीकार्य है और इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं।
जयशंकर के दौरे के एक दिन बाद किया हमला
बता दें कि भारत के विदेश मंत्री जयशंकर सोमवार को ईरान दौरे पर पहुंचे थे। यहां उन्होंने ईरान के विदेश मंत्री से मुलाकात की थी। दोनों नेताओं के बीच कई मुद्दों पर चर्चा भी हुई। हालांकि, जयशंकर के दौरे के एक दिन बाद मंगलवार को ईरान ने आतंकी संगठन जैश अल अदल को निशाना बनाया।