कानपुर| कानपुर में तंबाकू कारोबारी केके मिश्रा उर्फ मुन्ना मिश्रा के प्रतिष्ठानों पर चल रही आयकर की जांच पांचवें दिन सोमवार रात को समाप्त हो गई। आयकर टीम को 70 से 80 करोड़ रुपये की अघोषित आय मिली है। इसके अलावा सात साल का ब्यौरा जुटाया गया है। इसके माध्यम से कारोबार, घर, फैक्ट्री आदि बनाने में काली कमाई के प्रमाण मिलने के बाद चल-अचल संपत्ति, निवेश की आंतरिक जांच जारी रहेगी।
आयकर के 50 से ज्यादा अधिकारियों की टीमों ने गुरुवार को बंशीधर श्रीराम फर्म के रामगंज-नयागंज स्थित कार्यालय, शक्करपट्टी स्थित होटल, आर्यनगर स्थित आवास के साथ ही यहीं पर बने तीन प्रतिष्ठानों और दिल्ली के वसंत विहार स्थित आवास, गुजरात के ऊंझा स्थित फैक्टरी, फार्म हाउस, बंगले में छापा मारा था। रामगंज में कारोबारी का पुराना कार्यालय है।
फर्म के संचालक केके मिश्रा उर्फ मुन्ना मिश्रा हैं। उनका बेटा शिवम मिश्रा कारोबार देखता है। सूत्रों ने बताया कि जांच में पता चला है कि तंबाकू कारोबारी की संपत्तियों में बड़े पान-मसाला कारोबारियों ने काली कमाई खपाई है। गुजरात के ऊंझा में बना फार्म हाउस, फैक्टरी, बंगला बनाने में बहुत बड़े पैमाने पर काल धन लगा है। तंबाकू कारोबारी बहुत बड़े स्तर पर कच्चे पर्चे पर काम कर रहे थे।
फर्म केवल 25-30 करोड़ का टर्नओवर दिखाती रही
फैक्टरी में तैयार और कच्चा माल भी बड़े स्तर पर मिला है। फर्म केवल 25-30 करोड़ का टर्नओवर दिखाती रही है। इसके अलावा 17 संपत्तियों के दस्तावेज, लग्जरी कारें और महंगी घड़ियां भी बरामद हो चुकी हैं। छह मुखौटा कंपनियों के जरिये काली कमाई को सफेद बनाने का खेल भी पकड़ा गया है।