नई दिल्ली। गूगल प्ले स्टोर पर कई ऐसे ऐप होते हैं जिनके इंस्टॉल करने से फोन में मैलवेयर आने की संभावना बढ़ जाती है और कई बार इनके कारण संवेदनशील जानकारी लीक होने का भी खतरा बना रहता है।
कुछ रिपोर्ट्स में कहा गया कि ऐप्स को फिल्टर करने के बाद भी Google प्ले स्टोर पर कुछ ऐसे ऐप आ सकते हैं, जिन्हें फोन में रखना सही नहीं है। यहां कुछ ऐसे ऐप बताने वाले हैं जिन्हें अगर आप इंस्टॉल रखते हैं तो तुरंत डिलीट कर देना चाहिए।
फर्जी ऐप से रहे सतर्क
एक रिपोर्ट के अनुसार 2021 से 10 सितंबर 2023 तक Google Play स्टोर पर कुछ ऐसे ऐप उपलब्ध थे। जो लोगों की निजी जानकारी के लिए बिल्कुल भी सही नहीं थे।
Google के प्रवक्ता ने ऐसे एप्स को लेकर कहा कि हम ऐप्स के खिलाफ सुरक्षा और गोपनीयता के दावों को गंभीरता से लेते हैं और अगर हम पाते हैं कि किसी ऐप ने हमारी नीतियों का उल्लंघन किया है, तो हम उचित कार्रवाई करते हैं।
न करें ये मिस्टेक
- ऐसे ऐप्स से बचने के लिए यूजर्स को कुछ मिस्टेक भूलकर भी नहीं करनी चाहिए।
- यूजर्स को उन लोगों द्वारा अनुशंसित अस्पष्ट चैट ऐप्स डाउनलोड करने से बचना चाहिए जिन्हें वे नहीं जानते हैं।
- किसी भी वेबसाइट से ऐप डाउनलोड करने से बचना चाहिए।
- कोई भी ऐप आधिकारिक साइट या प्ले स्टोरे से ही डाउनलोड करें।
- ऐप में सूझबूझ के साथ जानकारी देनी चाहिए।
तुरंत डिलीट कर दें ये ऐप
आपके फोन में नीचे बताए गए ऐप्स में अगर कुछ भी इंस्टाल है तो आपको उसे तुरंत डिलीट कर देना चाहिए।
- रफाकत (समाचार)
- प्रिवी टॉक (मैसेजिंग)
- मीटमी (मैसेजिंग)
- लेट्स चैट (मैसेजिंग)
- क्विक चैट (मैसेजिंग)
- चिट चैट (मैसेजिंग)
- हेलो चैट
- योहूटॉक
- टिकटॉक
- निडस
- ग्लोचैट
- वेव चैट