पुलिस लाइन में सीओ व थानाध्यक्षो संग की मीटिंग
बलिया। सोमवार को अखिलेश कुमार, पुलिस महानिरीक्षक, आजमगढ़ परिक्षेत्र, आजमगढ़ द्वारा पुलिस लाइन बलिया में गार्ड ऑफ ऑनर की सलामी। ततपश्चात गार्ड का निरीक्षण किया। इसके बाद पुलिस लाइन के सभागार में सभी सीओ व थानाध्यक्षो संग बैठक कर क्राइम आदि की समीक्षा की और आवश्यक दिशा निर्देश दिया। ततपश्चात बांसडीहरोड थाने का निरीक्षण किया।
आईजी ने गार्ड सलामी लेने के बाद पुलिसकर्मियों के आवासीय परिसर व आरटीसी बैरक का भ्रमण किया। पुलिस लाइन स्थित आरआई कार्यालय, साइबर सेल, डायल 112 कार्यालय, डीसीआर, परिवहन शाखा, जीडी/गणना कार्यालय, शास्त्रागार, स्टोर, पुलिस कैंटीन, भोजनालय, ड्रोन कैमरा आदि का वार्षिक निरीक्षण कर आवश्यक दिशा निर्देश दिया। तत्पश्चचात समस्त क्षेत्राधिकारीगणों व थाना प्रभारियों/थानाध्यक्षों के साथ पुलिस लाइन के सभागार में मीटिंग की। मीटिंग के उपरान्त आईजी ने थाना बांसडीहरोड का वार्षिक निरीक्षण किया गया। जिसमें सर्वप्रथम थाना कार्यालय के समस्त अभिलेख अपराध रजिस्टर, आर्डर बुक(न्यायालय), भूमि विवाद रजिस्टर, त्यौहार रजिस्टर, जनसुनवाई रजिस्टर, महिला हेल्प डेस्क रजिस्टर का निरीक्षण कर अभिलेखों को ससमय अभिलेखित करने हेतु निर्देशित किया गया व गैंगेस्टर, गुंडा एक्ट, एचएस में त्वरित कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया। तत्पश्चात थाने पर कार्यरत समस्त चौकीदारों से बातचीत कर उनकी समस्या व सुझाव को सुना। इसके अलावा क्षेत्र के सम्भ्रांत व्यक्तियों से मुलाकात कर उनकी समस्या व सुझाव को सुन कर सम्बन्धित को समस्या के समाधान हेतु निर्देशित किया। इस मौके पर एसपी एस आनंद, एएसपी डीपी तिवारी आदि मौजूद रहे।
इनसेट..
आईजी ने दिया निम्न दिशा निर्देश
- भवन व परिसर की साफ-सफाई व मरम्मत हेतु निर्देशित किया।
- थाने के समस्त कर्मचारियों से वार्ता की व पुलिसकर्मियों को बीट की कार्यप्रणाली अभिसूचना व मुखबिर तन्त्र को मजबूत रखने के सम्बन्ध में वार्ता कर दिशा निर्देश दिया।
- पूर्व में हुई हत्या, डकैती, लूट, नकबजनी एवं महिला संबंधी अपराधों में शामिल अपराधियों के विरूद्ध गुण्डा एक्ट, गैंगेस्टर एक्ट की कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
- अभ्यस्त अपराधियों की हिस्ट्रीशीट खुलवाने एवं गैंग पंजीकृत कराने की कार्रवाई की जाए।
- ऐसे अपराधी जिन पर गैंगेस्टर की कार्रवाई हुई हो उन अपराधियों द्वारा अपराध में अर्जित चल-अचल सम्पत्तियों का पता लगाकर कुर्की/ जप्तीकरण की कार्रवाई की जाए।
- महिला हेल्प डेस्क पर कार्यरत महिला आरक्षियों से बातचीत कर उनको महिला सम्बन्धित अपराध की रोकथाम व तत्काल कार्रवाई हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिया।