नई दिल्ली। असब सागर में इजरायली जहाज पर बीते दिन हुए ड्रोन अटैक की जांच भारतीय नौसेना कर रही है। इसके लिए युद्धपोत आईएनएस मोर्मुगाओ भारत आने वाले व्यापारिक जहाज एमवी केम प्लूटो पहुंचा। इसी जहाज पर ड्रोन हमला हुआ था, जिसे ईरान की ओर से किया गया माना जा रहा है।
अधिकारियों के मुताबिक, भारतीय नौसेना ने इस बात की जांच शुरू कर दी है कि जहाज पर हमला करने के लिए इस्तेमाल किया गया ड्रोन लंबी दूरी से लॉन्च किया गया था या पास के किसी जहाज से किया गया।
25 भारतीय सदस्य सवार
भारतीय नौसेना के अधिकारी ने कहा कि गैबन के ध्वज वाले जहाज एमवी साईबाबा को भी लाल सागर में ड्रोन हमले का सामना करना पड़ा है। इसमें चालक दल के 25 भारतीय सदस्य सवार थे, जो सुरक्षित हैं। यह भारतीय ध्वज वाला जहाज नहीं है।
उधर, अमेरिका ने कहा कि यह 2021 के बाद से वाणिज्यिक शिपिंग पर ये सातवां ईरानी हमला था। 25 भारतीय और एक वियतनामी चालक दल के सदस्य एमवी केम प्लूटो पर शनिवार को एक संदिग्ध ड्रोन द्वारा हमला किए जाने के बाद आग लग गई। आईसीजी ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि इसे बाद में भारतीय तट रक्षक (आईसीजी) द्वारा सुरक्षित कर लिया गया।
कथित तौर पर व्यापारी जहाज ने 19 दिसंबर को संयुक्त अरब अमीरात से अपनी यात्रा शुरू की थी और 25 दिसंबर को इसे न्यू मैंगलोर बंदरगाह पर पहुंचना था।