यूपी की इस सीट पर बढ़ी भाजपा की टेंशन

हमीरपुर। हमीरपुर महोबा तिंदवारी संसदीय क्षेत्र की सीट को लेकर नई तस्वीर उभर कर सामने आ रही है। अभी तक खामोश बैठा मतदाता अब धीरे-धीरे चुनावी रंग में रंगता नजर आ रहा है। कोई किसी पार्टी से नाराज है तो कोई किसी प्रत्याशी को खरी-खरी सुना रहा है। इसलिए मतदाताओं का मन भांपना मुश्किल दिख रहा है। वहीं पार्टी प्रत्याशी पूरे जोर से प्रचार में लगे हैं।

बसपा ने ब्राह्मण प्रत्याशी निर्दोष कुमार दीक्षित को टिकट देकर ब्राह्मण मतदाताओं में सेंध लगाने का जतन किया। सबसे ज्यादा सात बार लोधी प्रत्याशियों का इस सीट पर काबिज रहने के कारण सपा-कांग्रेस गठबंधन ने लोधी जाति के प्रत्याशी अजेंद्र सिंह लोधी को प्रत्याशी बनाकर अन्य की मुश्किलें बढ़ा दी हैं।

लगातार दो बार पुष्पेंद्र सिंह चंदेल ने दर्ज की जीत
दो बार लगातार चुनाव जीतकर सांसद बनने वाले पुष्पेंद्र सिंह चंदेल अब हैट्रिक लगाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। इसके लिए कई वीवीआइपी का कार्यक्रम संसदीय क्षेत्र में कराए जा रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जनसभा 17 मई को राठ में प्रस्तावित है।

संसदीय क्षेत्र की पांचों विधान सभाओं में सबसे अधिक बैकवर्ड मतदाता हैं। सपा ने बैकवर्ड और बसपा ने ब्राह्मण प्रत्याशी को चुनावी मैदान में उतारकर भाजपा को घेरने की काम किया है। राठ व चरखारी लोधी बाहुल्य क्षेत्र हैं, वहीं हमीरपुर की सदर व तिंदवारी क्षेत्र में भी इनकी संख्या अधिक है। अब लोधी भी सजातीय प्रत्याशी के लिए चुनाव प्रचार में खुलकर निकलने लगे हैं। हालांकि उनका रुख किस ओर है यह कहना मुश्किल है।

फरवरी माह में अजेंद्र सिंह लोधी का टिकट तय होते ही समर्थकों के साथ गांव-गांव में संपर्क साधना शुरू कर दिया था। इसके बाद भाजपा के पुष्पेंद्र सिंह चंदेल का टिकट माह मार्च में हुआ। सबसे अंत में अप्रैल माह के अंतिम सप्ताह में बसपा ने प्रत्याशी घोषित कर चुनाव को त्रिकोणीय बना दिया है।

चुनावी सभा को पहली बार संबोधित करेंगे कोई प्रधानमंत्री
राठ विधानसभा क्षेत्र में बीएनवी इंटर कालेज के मैदान में 17 मई को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की जनसभा होनी प्रस्तावित है। इसके लिए प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी है। 1938 में राठ के जराखर गांव जोकि स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों का गढ़ रहा है।

सेनानियों ने यहां आकर अधिवेशन में हिस्सा लिया था। इसके बाद 1970 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी जनसंघ से सांसद स्वामी ब्रह्मानंद के कहने पर राठ आईं थीं। इसके बाद 1980 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी दोबारा स्वामी ब्रह्मानंद से मिलने राठ आईं थीं। 1991 में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी भी कस्बे के ब्रह्मानंद कालेज पहुंचे थे और स्वामी जी की प्रतिमा का अनावरण किया था। इस तरह 44 वर्ष बाद कोई प्रधानमंत्री चुनावी जनसभा को संबोधित करने राठ आ रहे हैं।

जातीय वोटों का गणित
लोधी : 2.70 लाख, प्रतिशत 11.16

ब्राह्मण मतदाता : 96 हजार, प्रतिशत 5.21

क्षत्रिय मतदाता : 1.10 लाख, प्रतिशत 5.97

वैश्य मतदाता : 36 हजार 500, प्रतिशत 1.98

अनुसूचित जाति : 3.68 लाख, प्रतिशत 19.98

पिछड़ा वर्ग : 10.65 लाख, प्रतिशत 57.83

मुस्लिम : 1.56 लाख, प्रतिशत 8.47

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