Delhi: दिल्ली और इसके आस-पास के क्षेत्रों में एक दिन पहले हवा की गुणवत्ता में मामूली सुधार के बाद रात में फिर से हवा जहरीली हो गई. मौसम विभाग के वैज्ञानिकों ने अनुमान जताया है कि आने वाले दिनों में कुछ खास राहत की संभावना नहीं है. राष्ट्रीय राजधानी का सोमवार शाम चार बजे तक 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 348 रहा जबकि रविवार को एअक्यूआई 301 दर्ज किया गया था.
दिल्ली में शनिवार को एक्यूआई 319, शुक्रवार को 405 और बृहस्पतिवार को 419 रहा था. वहीं गाजियाबाद में 321, गुरुग्राम में 261, ग्रेटर नोएडा में 318, नोएडा में 331 और फरीदाबाद में 329 एक्यूआई दर्ज किया गया. बता दें कि शून्य और 50 के बीच एक्यूआई को अच्छा, 51 और 100 के बीच संतोषजनक, 101 और 200 के बीच मध्यम, 201 और 300 के बीच खराब, 301 और 400 के बीच बहुत खराब, 401 और 450 के बीच गंभीर और 450 से ऊपर को अति गंभीर माना जाता है.
3 दिन पहले ग्रैप को कर दिया था रद्द
सरकार ने शनिवार को दिल्ली-एनसीआर में हवा की अनुकूल गति के कारण वायु गुणवत्ता में हुए सुधार के बाद क्रमिक प्रतिक्रिया कार्य योजना (जीआरएपी) के चौथे चरण के तहत लगाए गए प्रतिबंधों को रद्द करने का आदेश दिया था. एनसीआर और आसपास के क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) ने दिल्ली-एनसीआर से सभी आपातकालीन कदमों को रद्द करने का आदेश दिया जिनके तहत केवल सीएनजी, इलेक्ट्रिक और बीएस (भारत स्टेज)-छह वाहनों के दिल्ली में प्रवेश की अनुमति होती है. जीआरएपी के चौथे चरण में केवल आवश्यक सेवाओं से जुड़े वाहनों को दिल्ली में प्रवेश की अनुमति दी गई थी जबकि बाकी सभी मध्यम एवं भारी माल वाहक वाहनों के प्रवेश को प्रतिबंधित कर दिया गया था.
इन बातों का पालन करना जरूरी
सीएक्यूएम के ताजा आदेश के अनुसार, गैर-आवश्यक निर्माण कार्य, खनन, स्टोन क्रशर और डीजल जेनरेटर पर प्रतिबंध सहित जीआरएपी के चरण एक, दो और तीन के तहत अन्य सभी प्रतिबंध जारी रहेंगे. दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने रविवार को कहा कि लोगों को सतर्क रहना चाहिए और प्रदूषण नियंत्रण उपायों का पालन करना चाहिए.