सर्दियों में एलएसी को चाक—चौबंद की पूरी तैयारी कर ली गई है। हेलिकॉप्टर के जरिए सर्विलांस किया जाएगा। आइए हम आपको बताते हैं कि सेना ने आपको सुरक्षित रखने के लिए कितनी तैयारी कर की है भारत-चीन सीमा पर एसएसी पर जारी तनाव के बीच इस साल सर्दियों में सेना निगरानी के लिए तकनीक का इस्तेमाल करेगी। इसके लिए थल सेना ने नई योजना बनाई है। सर्दियों मे इस क्षेत्र में तापमान माइनस 30 डिग्री तक पहुंच जाता है। थल सेना ने सीमा पर निगहबानी के लिए निगरानी उपकरणों और हेलिकॉप्टर के जरिए सर्विलांस करने का निर्णय किया है।
छोटी सैटेलाइट पोस्ट पर जवानों को किया जा रहा तैनात
सीमा पर सेना की छोटी सैटेलाइट पोस्ट बनाकर जवानों को तैनात किया जाएगा। सेना ने दावा किया कि बीते तीन साल में यहां के बुनियादी ढांचे में काफी बदलाव हुए हैं। किसी भी हालत में जरूरत पड़ने पर तत्काल अतिरिक्त सैनिकों की तैनाती की जा सकेगी। सरकार के सूत्रों ने बताया कि एलएसी पर नए उपकरणों की तैनाती के बाद सैनिकों की कुल संख्या का पुनर्मूल्यांकन करने की योजना बनाई जा रही है।
सीमा पर बढ़ाई गई कई सुविधाएं
मई 2020 के बाद एलएसी पर सेना के लिए कई सुविधाएं बढ़ाई गई हैं। इस बार सामरिक महत्त्व की जगहों के अलावा अन्य स्थानों पर बड़ी संख्या में सैनिकों की तैनाती की जरूरत नहीं पड़ेगी। एयरलिफ्ट करने की क्षमता में बढ़ोतरी से भी सेना को राहत मिली है। इलाके में अतिरिक्त सडक़ों के निर्माण के साथ रिजर्व सैनिकों को एक जगह से दूसरी जगह भेजना भी आसान हो गया है। सैनिकों की सुविधा के लिए भंडारण और आवास व्यवस्था में भी सुधार किया गया है।