दिसंबर महीने की शुरुआत के साथ अब ठंड ने अपने तेवर दिखाने शुरु कर दिए हैं. मौसम विभाग ने रविवार को यूपी के कुछ जिलों में बारिश की संभावना जताई है. बढ़ती ठंड के साथ कुछ जगहों पर कोहरा भी देखने को मिल सकता है. मौसम विभाग ने कहा कि अगले 48 घंटों के दौरान अधिकतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा. उसके बाद धीरे धीरे तापमान में गिरावट होने की संभावना है. इसी के साथ ही नोएडा, गाजियाबाद में प्रदूषण से अभी राहत मिलती दिखाई नहीं दे रही है.
रविवार को भी हवा की गुणवत्ता में सुधार नहीं देखा गया, नोएडा-गाजियाबाद में हवा की गुणवत्ता खराब रही. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड यानी (CPCB) की रिपोर्ट के मुताबाकि नोएडा सेक्टर-116 में आज एयर क्वालिटी इंडेक्स 285 दर्ज किया गया और हवा की गुणवत्ता बेहद खराब श्रेणी में रही. वहीं गाजियाबाद में भी लोगों को जहरीली हवा में सांस लेने को मजबूर होना पड़ा है. यहां वसुंधरा का AQI 275 दर्ज किया गया.
प्रदूषण के मामले में मेरठ पीछे नहीं
नोएडा-गाजियाबाद के साथ-साथ मेरठ की हवा बहुत ज्यादा प्रदूषित हो चुकी है. यहां वायु का स्तर बेहद खतरनाक स्थिति में पहुंच गया है. यहां पल्लवपुरम में एक्यूआई 279 और जयभीम नगर में एक्यूआई 285 दर्ज किया गया. इससे भी ज्यादा खतरनाक हालात ग्रेटर नोएडा के हैं. आंकड़ों के मुताबिक ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क फेज-3 में 308 एयर क्वालिटी इंडेक्स दर्ज किया गया है.
मौसम विभाग ने दी चेतावनी
मौसम विभाग की ओर से जारी बुलेटिन के मुताबिक पूर्वी और दक्षिण पक्षिमी यूपी में अलग-अलग स्थानों पर बारिश की संभावना जताई है. कई इलाकों में गरज के साथ बारिश होने का अनुमान है. मौसम विभाग की ओर से बताया गया कि पूरे उत्तर प्रदेश में एक या दो जगह घने कोहरे की संभावना है.
उत्तराखंड में ठंड ने बढ़ाई ठिठुरन
उत्तराखंड में पहाड़ों पर ठंड बढ़ने लगी है तो वहीं मैदानी इलाकों में भी ठंड बढ़ गई है. रात में तो पहाड़ों पर तापमान माइनस तक पहुंच गया है. बद्रीनाथ, केदारनाथ में बर्फ की सफेद चादर बिछ गयी है. बर्फबारी ने धाम को अपनी आग़ोश में ले लिया है. यहां दो फीट तक बर्फ की चादर है. पहाड़ों पर बहने वाले झरने ठंड के कारण जमने लगे हैं. नीती घाटी में रात को तापमान माइनस 10 डिग्री तक पहुंच रहा है, जिससे यहां बहने वाले झरने पूरी तरह से जम गए हैं. नीती घाटी में बर्फबारी हुई थी, जिससे पूरे क्षेत्र में कड़ाके की ठंड पड़ रही है.
वहीं, मलारी से ऊपरी क्षेत्र के गांवों गमशाली, नीती, फरकिया, मलारी आदि में बर्फ जमी है.सर्दियां शुरू होते ही नीती घाटी के ग्रामीण शीतकालीन प्रवास पर चले जाते हैं. जिससे यहां के गांवों में सन्नाटा पसरा रहता है. इन दिनों सिर्फ सेना के जवानों की ही आवाजाही होती है. उच्च हिमालयी क्षेत्र इन दिनों पूरी तरह से बर्फ से ढक गए हैं. जिससे यहां निवास करने वाले दुलर्भ प्रजाति के वन्यजीव निचले इलाकों की ओर रुख करने लग गए हैं.