नई दिल्ली। शंघाई स्थित हुरुन रिसर्च इंस्टीट्यूट ने अरबपति राजधानी को लेकर एक रिपोर्ट जारी किया है। इस रिपोर्ट के अनुसार अब मुंबई अरबपति राजधानी बन गया है। पहले इस पायदान पर बीजिंग था जो अब पीछे रह गया है।
न्यूयॉर्क में 119 बिलेनियर और लंदन में 97 बिलियनर अरबपति है। इसके बाद 92 अरबपति की संख्या के साथ भारत तीसरे पायदान पर आता है।
मुंबई पहली बार एशिया अरबपति की राजधानी बना है। हुरुन रिसर्च की रिपोर्ट के अनुसार जहां चीन में भारत की तुलना में 814 अरबपति है। वहीं बीजिंग में अरबपति की संख्या 91 है और मुंबई में अरबपति की संख्या 92 है।
मुंबई बना अरबपति राजधानी
भारत में सबसे ज्यादा नेट वर्थ मुकेश अंबानी के पास है। मुकेश अंबानी रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन है, इनकी कुल संपत्ति 115 बिलियन डॉलर की है। वहीं अदाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अदाणी की नेट वर्थ 86 बिलियन डॉलर है।
मुंबई के वेल्थ सेक्टर में एनर्जी और फार्मास्यूटिकल्स शामिल है। इन सेक्टर में मुकेश अंबानी जैसे कई बिलियन को प्रॉफिट होता है। वहीं, रियल एस्टेट सेक्टर में मंगल प्रभात लोढ़ा को खिलाड़ी माना जाता है।
ग्लोबल बिलेनियर रैंकिंग में भारत के अरबपतियों की रैंकिंग में गिरावट देखने को मिली है। दुनिया के अरबपतियों की लिस्ट में मुकेश अंबानी 10वें स्थान पर हैं, वहीं गौतम अदाणी 15वें स्थान पर हैं। वहीं, एचसीएल के शिव नादर की नेट वर्थ में बढ़ोतरी के बाद वह दुनिया के अमीरों की लिस्ट में 34वें स्थान पर हैं।
अरबपति शहर की लिस्ट
हुरुन रिसर्च इंस्टीट्यूट की रिपोर्ट के मुताबिक न्यूयॉर्क टॉप पर हैं। न्यूयॉर्क में अरबपतियों की संख्या 119 है तो 97 अरबपति संख्या के साथ लंदन दूसरे नंबर पर हैं। इसी तरह मुंबई 92 बिलिनयर संख्या के साथ तीसरे और बीजिंग 91 की संख्या के साथ चौथे स्थान पर हैं।
शंघाई 87 अरबपति संख्या के साथ पांचवें नंबर, शेन्ज़ेन 84 संख्या के साथ छठे नंबर और हांगकांग 65 अरबपतियों की संख्या के साथ सातवें स्थान पर है।