श्रम रोजगार उपायुक्त मनरेगा के संरक्षण में हो रहा जनपद में मनरेगा भ्रष्टाचार?

सीतापुर ।
जनपद में चारो तरफ मनरेगा कार्यों में घोटाले किए जा रहे है, मनरेगा योजनाओं में घोटालो से कोई भी विकास खंड अछूता नहीं रहा है, ग्राम पंचायतों में हो रहे भ्रष्टाचार की लगातार खबर प्रकाशन व श्रम रोजगार उपायुक्त मनरेगा (डी सी मनरेगा) से शिकायत भी को जा रही है उसके बावजूद जिम्मेदार अधिकारी डी सी मनरेगा कार्यवाही करने में असमर्थ है, इस असमर्थता की क्या वजह है, कही सूत्रो के द्वारा बताए जा रहे कमीशन के खेल में डी सी मनरेगा भी शामिल तो नही है, और यदि शामिल नहीं है तो फिर कार्यवाही करने में विवशता क्यों जोकि एक बड़ा सवाल है , आखिर किस अधिकारी के संरक्षण में हो रहे घोटाले , डी सी मनरेगा की कार्यशैली से इस तरह के बहुत से सवालों का खड़ा होना लाजिमी है।

विकास खंड मछरेहटा में मनरेगा कार्यों में लगातार फर्जी हाजिरी दर्ज कर घोटाला किया जा रहा है, घोटाले पर लगाम लगाने में अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी तो पहले ही नाकाम हो गई है वही जिले पर बैठे जिम्मेदार भी मूकदर्शक बने हुए है, विकास खंड की ग्राम पंचायत सकरारा में चल रहे मनरेगा कार्य शहीद भगत सिंह अमृत सरोवर निर्माण कार्य पर चार मास्टर रोल पर 33 श्रमिको की उपस्थिति दर्ज गई है, ऑनलाइन दर्ज की गई हाजिरी में कम से कम 3 माह पहले की फोटो को अपलोड किया है, सूत्रो से मिली जानकारी के अनुसार कार्य काफी समय से बंद चल रहा है, ग्राम प्रधान व रोजगार सेवक फर्जीवाड़ा करके भुगतान करने की फिराक में है।

विकास खंड मिश्रिख की ग्राम पंचायत शिवथान व इडवलग्रांट में मनरेगा कार्यों में जमकर भ्रष्टाचार किया जा रहा है, ग्राम पंचायत शिवथान में मनरेगा के अंतर्गत मनिकापुर से बलियापुर तक ड्रेन खुदाई कार्य पर जिम्मेदारों ने जमकर घोटाला कर सरकारी धन का दुरुपयोग किया है, ड्रेन की खुदाई कार्य में प्रतिदिन ऑनलाइन फर्जी हाजिरी दर्ज की जा रही है, इस कार्य पर आठ मास्टर रोल पर 75 श्रमिको की उपस्थिति दर्ज की गई हैं वही करे स्थल पर श्रमिक कभी कार्य करने गए ही नही है, ऑनलाइन अपलोड किए गए डाटा में किसी अन्य कराए गए कार्य की फोटो को जिम्मेदारों के द्वारा अनवरत अपलोड किया जा रहा है, वही जब मौके पर देखा गया तो कार्यस्थल श्रमिक विहीन तो पाया ही गया अजीब बात तो ये थी की ड्रेन खुदाई अभी तक 50 मीटर से भी कम ही हुई होगी वो खुदाई कार्य जे सी बी मशीन से कराया गया है, क्योंकि ड्रेन के अंदर जे सी मशीन के बकेट बने होने के निशान भी पाए गए, वही खेतो में काम कर रहे कुछ ग्रामीणों ने बताया की मजदूर यन्हा कभी काम करने आए ही नही हा दो दिन जे सी बी मशीन जरूर करे करने आई थी।

ग्राम पंचायत इडवलग्रांट में चल रहे मनरेगा कार्यों के अलग अलग चार कार्यों पर 16 मास्टर रोल पर 143 श्रमिको की हाजिरी दर्ज की जा रही है, लेकिन कार्य बंद चल रहे है, सूत्रो की जानकारी पाकर जब मौके पर देखा गया तो चारो ही कार्यों पर श्रमिक कार्य करते नही पाए गए, अब ऐसे सवाल यह भी उठता है की इतने बड़े पैमाने पर किस के संरक्षण में घोटालों को अंजाम दिया जा रहा है।

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