फतेहपुर। शाह कस्बा के गोपालपुर गांव में बिना ब्याही मां बनी युवती का प्रेमी महाराष्ट्र के पुणे से मंगलवार को लौट आया। शाह चौकी पुलिस की मौजूदगी में वर व वधू पक्ष के परिवार मां मूलकरानी देवी मंदिर पहुंचे। इसके बाद प्रेमी संजय पासवान ने अंजू पासवान की मांग में सिंदूर भरकर वरमाला पहनाई और वैदिक मंत्रोच्चारण के बाद हवन कुंड के सात फेरे भी लिए। शादी के बाद वर पक्ष व वधू पक्ष ने एक दूसरे को मिठाई खिलाई और दूल्हा अपनी दुल्हन को ससुराल विदा कराकर कराकर ले गया।
शाह चौकी क्षेत्र के गोपालपुर गांव में रहने वाली 21 वर्षीय युवती का गांव के ही स्वजातीय 25 वर्षीय युवक ने डेढ़-दो वर्षों से प्रेम प्रसंग चल रहा था। इस बीच युवती गर्भवती हो गई। शादी करने का आश्वासन देकर प्रेमी संजय पासवान महाराष्ट्र के पुणे चला गया और वहां पर सटरिंग का काम करने लगा। इधर, युवती को आठ माह का गर्भ हो जाने पर सोमवार को प्रसव पीड़ा हुई। जिस पर स्वजन उसे एक प्राइवेट नर्सिंग होम लेकर गए जहां उसने मृत बच्चे को जन्म दिया।
इसके बाद युवती ने बच्चे के शव का अंतिम संस्कार न कर प्रेमी के दरवाजे पहुंच गई और प्रेमी को बुलाने की जिद कर बैठ गई। पुलिस पहुंची तो प्रेमी के आने के बाद ही शिशु का अंतिम संस्कार की बात कही।
कसम खाओ, अब जिंदगी भर साथ निभाओगी
पुलिस मौजूदगी में देवी मंदिर में शादी रचाने के बाद दुल्हा संजय पासवान ने दुल्हन अंजू पासवान से कहा कि अब कसम खाओ कि जिंदगी भर उसका साथ निभाओगी। जिस पर दुल्हन के स्वजन ने पुत्री को कसम खाने से मना कर दिया। बस इसी बात को लेकर दोनों परिवारों के बीच झड़प शुरू हो गई। हालांकि, ग्रामीण व रिश्तेदारों की मध्यस्थता से मामला शांत हो गया।
स्वजन ने किया मृत शिशु का अंतिम संस्कार
मंगलवार को प्रेमी संजय पासवान घर आया तो पुलिस की मौजूदगी में मृत बच्चे के शव का अंतिम संस्कार किया गया। इस बीच युवती व प्रेमी के परिजन मौजूद रहे। शाह चौकी प्रभारी अविनाश मिश्र ने बताया कि दोनों पक्षों के बीच सुलह हो गई और प्रेमी ने युवती से देवी मंदिर में पुलिस की मौजूदगी में शादी कर ली और पत्नी अंजू पासवान को घर विदा कराकर ले गया जिससे मामले का पटाक्षेप हो गया।