कार्यवाही के नाम पर सिर्फ आश्वासन ही दिया जाता है

रामपुर मथुरा सीतापुर। योगी सरकार भ्रष्टाचारियो को सख्त से सख्त सजा देने का काम कर रही है लेकिन भ्रष्टाचारियो पर इसका जरा सा भी असर नहीं पड़ता है चाहे कुछ भी क्यों ना हो कानून को ताक पर रख कर करते हैं कार्य… विकासखंड रामपुर मथुरा की ग्राम पंचायतो में घोटालो पर घोटाला हो रहे हैं जिनकी शिकायत एवं खबरें भी प्रकाशित हो रही है लेकिन कार्यवाही के नाम पर सिर्फ आश्वासन ही दिया जाता है और कागजों में सिमट का टोकरी में चली जाती हैं,28 मई को ग्राम पंचायत कलुआ पुर में इंडियामार्का हैंड पंप की खबर प्रमुखता से प्रकाशित हुई थी जिसका शीर्षक था (भीषण गर्मी में पेयजल की बूंद बूंद पानी को तरस रहे ग्रामीण) हैंड पंप मरम्मत पर लाखों रुपए निकल गए लेकिन ग्राम पंचायत में कुल 12 हैंड पंप है जिसमें ग्रामीणों ने बताया 8 नल खराब पड़े हैं जो अभी तक नहीं सही किए गए रिबोर व मरम्मत पर काफी पैसा निकल गया। 29 मई को ग्राम पंचायत ग्वाहडीह की खबर प्रकाशित हुई थी जिसका शीर्षक था (ग्रामीणों ने चंदा लगाकर भराया तालाब) जिसमें तालाब भराई के नाम पर प्रधान व सचिव ने 16000 रूपये निकाले थे तालाब को ग्रामीणों द्वारा चंदा लगाकर भरवारा गया था।

30 मई को ग्राम पंचायत मझिगवां की खबर प्रकाशित हुई थी जिसका शीर्षक था (12 हैंड पंप पर खर्च साढे चार लाख पेयजल को तरस रहे ग्रामीण) हैंड पंप रिबोर व मरम्मत के नाम पर 4:30 लख रुपए खर्च किए गए जिसमें से कई हैंड पंप खराब पड़े है।1 जून को ग्राम पंचायत सरैया मसूदपुर की खबर प्रकाशित हुई थी जिसका शीर्षक था( प्रधान व सचिव हैंड पंपों के नाम पर कर रहे घोटाला ग्रामीण तरस रहे एक-एक बूंद पानी को) तथा पंचायत भवन में मिट्टी पटाई में बहुत बड़ा घोटाला।
11 जून को ग्राम पंचायत मझिगवां की खबर प्रकाशित थी जिसका मुख्य शीर्षक था( ग्राम पंचायत मझिगवां में पंचायत भवन घोटाला के साथ घोटालों का लगा अंबर) जिसमें प्राथमिक विद्यालय बाउंड्री गेट के नाम पर भी काफी धन निकालकर सरकारी धन का शोषण किया गया जबकि बाउंड्री वॉल के गेट का पिलर एक टेंट हाउस मालिक से टूटा था जिसको वह स्वयं बनवाया था तथा पंचायत भवन में बहुत बड़ा घोटाला है जो अभी तक न तो फर्श बनाई गई न ही रंगाई पुताई वॉल पेंटिंग करके इति श्री कर लिया गया। इस तरह से ग्राम पंचायत तो में घोटाले का अंबार लगा हुआ है खबर प्रकाशन हुआ शिकायत के बावजूद भी कोई कार्यवाही नहीं की जाती है एक प्रधान के द्वारा नाम न छापने की शर्त पर बताया गया की ब्लॉक में कमीशन के नाम पर मोटी रकम पहले ही ले ली जाती है तो जांच कौन करेगा ….?

जांच कराकर संबंधित के खिलाफ शख्त से सख्त कार्यवाही की जाएगी।

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