मदरसों में रामायण की पढ़ाई के फैसले पर.बोले-सपा सांसद एसटी हसन

उत्तराखंड के मदरसों में बच्चों को आगामी सत्र से रामायण का पाठ पढ़ाया जाएगा. मदरसों में रामायण की पढ़ाई के फैसले पर सपा सांसद डॉ एसटी हसन ने आपत्ति जताई है. उन्होंने कहा कि फैसले को मुसलमान स्वीकार नहीं करेगा. मदरसे इस्लामी शिक्षा देने का काम करते हैं. इसलिए मदरसों पर जबरन दूसरी शिक्षा नहीं थोपी जा सकती. कल अगर मैं कहूं सरस्वती शिशु मंदिर में हजरत गौस ए पाक जिलानी रहमतुल्लाह अलैह के बारे में पढ़ाया जाये तो क्या उत्तराखंड सरकार स्वीकार करेगी? उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की हिंदू मुसलमान करने की आदत हो गयी है. सपा सांसद ने कहा कि हिंदू मुसलमानों के बीच विवाद पैदा कर मुख्यमंत्री धामी बीजेपी में बड़े नेता बनना चाहते हैं.

‘900 साल के इतिहास को छिपाया नहीं जा सकता”
मदरसा सिलेबस से मुगलों को हटाये जाने पर उन्होंने कहा कि इतिहास को छिपाया नहीं जा सकता. मुगल शासकों ने अच्छे काम के साथ खराब काम भी किए हैं. पाठ्यक्रम बदलने से 900 साल के इतिहास को छिपाया नहीं जा सकता. डॉ एसटी हसन ने कहा कि आज के समय में भी अच्छाइयां और बुराइयां हैं. इसलिए इतिहास नहीं बदला जा सकता. अब अगर आप ताजमहल और लाल किला को मंदिर बताने लगे तो हिन्दू मुस्लिम के बीच दूरियां बढ़ती हैं. ऐसा करने से नुकसान देश का होता है.

सपा सांसद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर क्या बोले?

सपा सांसद ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पाला बदलने पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन मजबूती से खड़ा है. सब लोग बीजेपी को हराना चाहते है. बड़ा अच्छा हुआ कि बिहार के मुख्यमंत्री की कलई खुल गई. ऊपर वाले का शुक्रिया करता हूं. चुनाव बाद पाला बदलने पर इंडिया गठबंधन को नुकसान पहुचाते और तब ज्यादा खतरनाक होता. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पाला बदलने की वजह लालच है. पाला बदलने का इतिहास पुराना है. 9 बार उन्होंने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है. उन्होंने कहा कि हो सकता है इंडिया गठबंधन की जीत पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार फिर से पलटी मार कर आ जायें.

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