तमिलनाडु में एक शख्स ने मोबाइल फोन को गूगल मैप के जरिए ढूंढ निकाला

चेन्नई। आपने कई बार चोरी हुए सामान को पुलिस की मदद से वापस लेते हुए सुना होगा, लेकिन एक लड़के ने अपने फोन और गूगल मैप की मदद से भी चोर के द्वारा चोरी किए गए सामान को ढ़ूंढ निकाला।

दरअसल नागरकोइल-काचेगुडा एक्सप्रेस ट्रेन के स्लीपर क्लास में नागरकोइल से त्रिची तक यात्रा कर रहे एक व्यक्ति का बैग और मोबाइल फोन चोरी हो गया। इसकी जानकारी उनके बेटे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर दी। उन्होंने सोशल मीडिया हैंडल (Raj Bhagat P #Mapper4Life) पर घटना की जानकारी दी। 

ऐसे पकड़ा गया चोर

उनके बेटे ने सोश मीडिया हैंडल पर विस्तृत जानकारी देते हुए लिखा कि जब मेरे पिताजी त्रिची जानें के लिए ट्रेन में चढ़े, तो उस दौरान रेलगाड़ी अपेक्षाकृत खाली थी और इस बीच मेरे पिताजी का बैग और मोबाइल फोन किसी ने चुरा लिया।

वह तिरुनेलवेली जंक्शन पर ट्रेन से उतर गया। उसने आगे लिखा कि जब मेरे पिताजी को सामान चोरी होने का एहसास हुआ, तो उन्होंने इसे ट्रेन में खोजा लेकिन चोरी हुआ बैग व मोबाइल नहीं मिला। मेरे पिताजी ने अपने दोस्त के फोन से मुझे फोन किया।

उन्होंने बताया कि उनका फोन चोरी हो गया है और सौभाग्य से मोबाइल में लोकेशन शेयरिंग का ऑप्शन चालू था। इसकी मदद से फोन को ट्रैक किया जा सकता है। इसके जरिए मैंने मोबाइल की लोकेशन देखी तो पता चला कि चोर तिरुनेलवेली में मेलापलायम के पास ट्रैक पर घूम रहा था। ऐसे में मैंने अनुमान लगाया कि चोर दूसरी ट्रेन में नागरकोइल की तरफ जा रहा है।

दोस्त की भी ली मदद

शख्स ने कहा,” मैंने अपने करीबी दोस्त को फोन किया और चोर की लोकेशन उसे बताई। उसकी मदद से चोर को पकड़ लिया गया और उसे नागरकोइल स्टेशन लाया गया। इसके बाद चोर दोबारा से भीड़ में गायब हो गया, लेकिन मैंने फिर से उसका लोकेशन फीचर के जरिए उसका पता लगा लिया और उसका पीछा कर उसे पकड़ लिया। वह रेलवे स्टेशन के मुख्य द्वार से बाहर निकला और एक स्थानीय बस में सवार हुआ था।”

‘चोर ने पूरी घटना के दौरान फोन बंद नहीं किया’

शख्स ने आगे एक्स पर लिखा, मैं और मेरा दोस्त भी बस में चढ़ गए और बस में बैठे यात्रियों की मदद से चोरी हुए बैग और मोबाइल फोन को ढ़ूढ लिया। मैरे पिताजी ने बैग की पहचान बताई थी जिस पर सीटू का लोगो बना हुआ था।

उन्होंने ये भी लिखा कि इस दौरान मैं भाग्यशाली था चोर ने पूरी घटना के दौरान फोन बंद नहीं किया। मुझे गूगल मैप की भी जानकारी थी जिसकी मदद से चोर को पकड़ने में काफी आसानी हुआ।”

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