सकरन,सीतापुर। विकास खण्ड क्षेत्र अंतर्गत न्याय पंचायत सांडा बनी मनरेगा घोटालेबाजों के लिए कामधेनु।धृतराष्ट्र जिम्मेदारों की नाक के नीचे मानकविहीन मनरेगा कार्यों के चलते किसानों की फसलों पर चल रहे फावड़े।ग्राम पंचायत सेमरा खुर्द में फर्जी मजदूरों के सहारे मची लूट,ग्रामीणों ने बताया कि रोजगार सेवक रेखा वर्मा व ग्राम प्रधान जगरानी सहित टीए रविन्द्र वर्मा के चलते खड़ी फसल को मनरेगा ठेकेदार मो अनीस के द्वारा खुदवाया जा रहा है, इतना ही नहीं पूरे काम को कुछ मजदूरों को ठेका देकर औने पौने ।ठेकेदार अनीस की दबंगई के चलते पात्र गरीब मनरेगा महिला मजदूरों को कार्यक्षेत्र से भगा दिया जाता है।
सूत्रों के अनुसार खबर ये है कि तकनीकी सहायक ,रोजगार सेवक व ठेकेदार अनीस की मिलीभगत से पूर्व में खुदवाए गए अमृत सरोवरों में भी खूब हुई थी लूट,पर अब जब गरीब किसानों के पेट पर लात मार रहे जिम्मेदार तो खुलने लगी कलई।तकनीकी सहायक न्याय पंचायत सांडा ने दर्जनों ठेकेदारों को पैदा कर कमीशनखोरी के चलते उच्च अधिकारियों से मिलकर मानक विहीन कार्यों के पितामह की उपाधि धारण कर गरीब मजदूरों को काम न देकर रोजगार गारंटी योजना की धज्जियां उड़ा रहे हैं इतना ही नहीं ब्लॉक सकरन में उच्च कोटि के बन रहे सी आइ बी बोर्ड व उन पर लिखी लिखावट जो बगैर कार्य आईडी,लागत,मजदूरी भुगतान दर व मनरेगा व उत्तर प्रदेश के लगने वाले दो सिंबल टाइल के साथ बालू गिट्टी से इतने मजबूत बनाए जाते हैं कि प्रत्येक कार्यस्थल पर इन्हें टूटा ही पाएंगे ।इनके विशिष्ट कार्यों में टेडवा कला की झौव्वा हॉट बाजार,शाहपुर अमृत वाटिका,सेमरा खुर्द अमृत सरोवर व अन्य दर्जनों कामों में जहां ठेकेदारी प्रथा हावी रही है 2047 के पूर्व ही देश को विकसित करने में मॉडल पेश होगा।