दरोगा जी के सामने पति को पट्टी और दवा दिलाने को गिड़गिड़ाती रही पत्नी
बदायूं । जिले थाना कुवरगांव में नवागत एसएसपी आलोक प्रियदर्शी जिले सभी थानाध्यक्षों को भले ही फरियादों के साथ अच्छा व्यवहार रखने की बात करते हो लेकिन उनका यह आदेश दलालों के इशारों पर थाना चलाने वाले प्रभारियों के ठेंगे पर है ।लड़ाई झगडे़ के मामले में कुवरगांव पुलिस फरियादियों के प्रति अच्छा व्यवहार करती नजर आती है जहां थाने में जाकर शिकायत करने वाले फरियादियों को हवालात में बंद कर समझौते का प्रयास किया जाता है प्रयास विफल होने पर दोनों पक्षों का 151 में चालान कर दिया जाता है।
ताज़ा मामला थाना क्षेत्र के गांव कुआं डांडा का है जहां निवासी ज्ञानेंद्र पुत्र उमेश चन्द्र का कहना कि उसका अपने भाई से जमीनी विवाद चल रहा है ज्ञानेंद्र के मुताबिक उसका भाई जमीन में हिस्सा नहीं दे रहा है सोमवार को जब वह खेत बांटने चला तो उसके भाइयों ने उसको घेर लिया और लाठी डंडों से पीटकर घायल कर दिया पत्नी निशा को भी मारा पीटा ज्ञानेंद्र के सिर से खून बहने लगा जब वह खून से लथपथ अवस्था में थाने शिकायत करने पहुंचा और प्रार्थना पत्र लिखवा कर दिया आरोप है कि हल्का दरोगा मलखान सिंह ने ज्ञानेंद्र को घायल अवस्था में हवालात में बंद कर दिया और तीन घंटे हवालात में बंद रखा इस दौरान उसकी पत्नी निशा दरोगा जी के सामने पति को पट्टी व दवाई दिलाने की बात कहती रही आरोप है कि दरोगा ने एक नहीं सुनी और पत्नी निशा को भी हवालात में डालने की धमकी दी ।
जिसके बाद दोनों पक्षों का 151 की धारा में चालान कर दिया गया । ज्ञानेंद्र ने यह भी बताया कि उसने जो घटना बताई वह तहरीर लिखने वाले ने नहीं लिखी और 100 रुपए ले लिए।
इस संबंध में थाना प्रभारी इंद्र कुमार का कहना है कि महिला अपने बच्चों के साथ थाने आई थी जिसने अपने सास ससुर को मारा पीटा था अन्य आरोप निराधार हैं।