हमीरपुर : युवक की संदिग्ध मौत के मामले में परिजनों ने हत्या का आरोप लगाते हुए पोस्टमार्टम के शव को जेल रोड में रखकर जाम लगा दिया। जिसमें कई वाहन फंस गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने समझाकर जाम खुलवाया।
थाना ललपुरा के उजनेड़ी गांव निवासी मृतक के भतीजे संदीप पाल ने बताया कि 22 मई की शाम करीब पांच बजे गांव के ही तेज प्रताप व राम वर्मा आए और उसके 29 वर्षीय चाचा कामता पाल को अपने ट्रैक्टर चलाने की बात कहते हुए ले गए। पौथिया में दोनों लोगों ने उसके चाचा को शराब पिलाई और तेजप्रताप उसके बाद चाचा को मौदहा कोतवाली के भैस्ता गांव अपनी ससुराल ले गया। जहां पर तेजप्रताप, उसके भाई राम वर्मा समेत अन्य रिश्तेदारों ने मिलकर चाचा के साथ मारपीट की और उनकी हत्या कर दी। हत्या के बाद शव अस्पताल में छोड़कर भाग गए और छत से गिरकर मौत होने की कहानी रच डाली। शुक्रवार को ट्रैक्टर चालक के शव का पोस्टमार्टम होने के बाद स्वजन ने सगे भाइयों के खिलाफ कार्रवाई न होने से नाराज होकर जेलरोड में शव रखकर जाम लगा दिया और कार्रवाई की मांग करने लगे। सूचना पर सीओ व कोतवाल मौके पर पहुंचे और स्वजन को समझाया। जिसके बाद मामला शांत हुआ। हादसे के बाद दिव्यांग पत्नी प्रीतम देवी व दो वर्षीय बेटे अभि पाल व एक वर्षीय श्रेयांस का रो-रोकर बुरा हाल है। ग्रामीणों ने दिव्यांग पत्नी को आर्थिक मदद व आरोपितों पर कार्रवाई की मांग की है। सीओ सदर राजेश कमल ने जांच के बाद आगे की कार्रवाई का आश्वासन दिया है।