विपक्ष के नेता बाजपेई जी ने इंदिरा गांधी को मां दुर्गा का अवतार ऐसे ही नहीं कहा था
बदायूं. विजय दिवस के मौके पर शहर कांग्रेस कमेटी बदायूं के अध्यक्ष चौधरी वफाती मिया ने आज अपने विचारो से अवगत कराया उन्होंने बताया कि सन 1971 में भारत देश की तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी जी संयुक्त राष्ट्र अमेरिका के व्हाइट हाउस में अमेरिका के राष्ट्रपति रिचर्ड निक्सन ने इंदिराजी से कहा कि अगर भारत पाकिस्तान के मामले में उसकी नाक में उंगली करेगा तो हम खामोश नहीं बैठेंगे इस पर इंदिरा जी ने कहा कि भारत अमेरिका को सिर्फ दोस्त मानता है वॉस नहीं और भारत अपनी किस्मत लिखने में खुद सक्षम है यह शब्द भारत की प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी जी ने व्हाइट हाउस अमेरिका में राष्ट्रपति रिचर्ड निक्सन से आंख में आंख डालकर कही थीं
और भारत संयुक्त राष्ट्र मीडिया का संबोधन को इंदिरा गांधी ने रद्द कर दिया था कार तक इंदिरा जी को छोड़ने आए सचिन किसिजर ने इंदिराजी से कहा कि मैडम आपको थोड़ा धैर्य से काम लेना चाहिए था इस पर इंदिरा जी ने कहा आपके सुझाव के लिए धन्यवाद भारत एक विकासशील देश होने के नाते हमारी रीड सीधी है और सभी अत्याचारों से लड़ने के लिए हमारे पास इच्छा शक्ति है और संसाधन है इसके बाद युद्ध की तैयारी शुरू हो गई तब अमेरिका ने पाकिस्तान को 270 प्रसिद्ध पैटर्न टैंक भेजें और अमेरिका ने दुनिया को यह दिखाने की कोशिश की की भारत की कोई देश मदद ना करें यहां तक के अमेरिका ने भारत को तेल की सप्लाई बंद करने की भी धमकी दी तब इंदिरा जी ने तेल यूक्रेन से मांगने को अपनी कूटनीति का इस्तेमाल किया सिर्फ एक दिन की युद्ध में ही अमेरिका द्वारा भेजे गए 270 पैटर्न टैंको को भारतीय सेना ने नष्ट कर दिया जो आज भी राजस्थान में खड़े हुए हैं कुल 18 दिन तक चले इस युद्ध में 16 दिसंबर 1971 को 1लाख पाकिस्तान सेना के जवान युद्ध बंदी बनाए गए पाकिस्तान सेना के जनरल एके नियाजी ने भारतीय सेना के सामने आत्मसमर्पण कर दिया और कुछ दिन बाद इंदिरा गांधी ने भारतीय संसद में बांग्लादेश को एक स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में मान्यता दी
और तभी भारत की अपनी तेल कंपनी इंडियन ऑयल अस्तित्व में आया और भारत ने गुटनिरपेक्ष आंदोलन का नेतृत्व किया तब भारत दुनिया की नजरों में ताकतवर देश बनकर उभरा इस पर विपक्ष के नेता बाजपेई जी ने इंदिरा गांधी जी को मां दुर्गा का अवतार कहकर संबोधन किया था ऐसी बहुत सारी घटनाए है जो भुलाई नहीं जा सकती