- सैरपुर थानाक्षेत्र के पश्चिम गांव में अवैध मिट्टी खनन की शिकायत पर प्रशासन मौन
- सरकारी कामों की आड़ में अवैध खनन जारी, वहीं शिकायत के बावजूद प्रशासन को नजर नहीं आ रहा है अवैध खनन
निष्पक्ष प्रतिदिन/लखनऊ
राजधानी के बीकेटी तहसील क्षेत्र के अंतर्गत पश्चिम गांव में अवैध मिट्टी खनन माफिया प्रशासन पर हावी होते जा रहे हैं। सरकारी कामों में मिट्टी खनन का परमिट लेकर चोरी चुपके मिट्टी बेचने के साथ-साथ मानक के विपरीत खुदाई भी कर रहे हैं।बताते है कि खनन माफिया को लेखपाल और स्थानीय पुलिस का खुला संरक्षण प्राप्त है।वहीं जब निष्पक्ष प्रतिदिन ने ग्राउंड पर जाकर स्थानीय लोगों से बात की तो उन्होंने बताया कि 9128 घन मीटर की अनुमति थी,लेकिन खनन माफिया ने नियमों को दरकिनार कर अनुमति से अधिक जमीन पर खनन कर मिट्टी खोद ली है।और मिट्टी को निर्धारित स्थल पर न गिराकर बीकेटी क्षेत्र में निजी कामों के लिए बिक्री कर ली गई है।
दरअसल प्रशासन की तरफ से आउटर रिंग रोड और रिंग रोड पर ओवरब्रिज में चल रहे कार्य के प्रयोग में आने वाली मिट्टी की खुदाई की परमिशन दी जाती है। मानक के अनुसार मिट्टी खुदाई 2 मीटर से अधिक नहीं होनी चाहिए लेकिन यहां पर मिट्टी खनन माफियाओं ने 4 से 9 फीट मिट्टी की खुदाई कर डाली है। निरीक्षण के बाद अब यह देखना होगा किस पैरामीटर के हिसाब से मिट्टी खनन माफियाओं पर कार्रवाई होती है। बता दें कि जिला प्रशासन ने आउटर रिंग रोड के कार्य को पूरा करने के लिए मैंसर्स मंगलम कांस्ट्रक्संस प्राइवेट लिमिटेड को खुदाई की अनुमति दी थी। इसने खुदाई का काम बीकेटी क्षेत्र के खनन माफिया को दे दिया। वहीं अब 9128 घन मीटर का यह खनन का काम टोंडी सिंह पुरवा के निवासी राहुल सिंह के नाम से किया जा रहा है।बता दें कि सैरपुर थानाक्षेत्र के अंतर्गत पश्चिम गांव में आउटर रिंग रोड के लिए खनन की अनुज्ञा जारी हुई है।यहां पर भी मिट्टी अपने निर्धारित स्थल पर न जाकर बीकेटी क्षेत्र में ही नवनिर्माणाधीन मकानों इत्यादि में भराव के लिए मंहगे दामों में गिराई जा रही है।
यहां पर नेताओं और पुलिस से साठगांठ की वजह से माफिया द्वारा सरकारी वर्क ऑर्डर पर जमकर अवैध खनन किया गया है। रात होते ही माफिया खनन कर बीकेटी क्षेत्र में ही मिट्टी की बिक्री कर रहे हैं।यहां पर भी तहसील प्रशासन व स्थानीय पुलिस की साठगांठ से मिट्टी की खुलेआम बिक्री हो रही है।अवैध वसूली की वजह से पुलिस भी अवैध खनन पर कोई कार्रवाई नहीं करती है। बीकेटी क्षेत्र में इस समय नए मकानों,कालेजों एवं अन्य निजी संस्थानों के निर्माण तेजी से हो रहे हैं इनमें पटाई के लिए उपयोग की जाने वाली पीली मिट्टी कहां से आ रही है। और यह किसकी जमीन से आ रही है क्या पीली मिट्टी जहां से खनन कर लाई जा रही है उसके खनन का वैध परमीशन है।यदि परमिशन है तो इसको खनन का परमीशन कौन दे रहा है। यह सब बातें तहसील क्षेत्र में हो रहे अवैध खनन की चुगली कर रहे हैं।सूत्रों के अनुसार इटौजा,बीकेटी,सैरपुर थाना क्षेत्रों के अंतर्गत लगभग रोज पीली मिट्टी का अवैध खनन रात के अंधेरे में जेसीबी व डंपरों से स्थानीय पुलिस व लेखपाल की मिलीभगत से दिन दूनी रात चौगुनी की तर्ज पर खुलेआम फल-फूल रहा है और इस धंधे में लगे लोग अपने साथ-साथ तहसील एवं पुलिस अफसरों की जेबें भर मालामाल हो रहे है।
जुर्माना तो होता है पर वसूली नहीं
खनन व राजस्व विभाग द्वारा जुर्माना तो डाल दिया जाता है, लेकिन उसे वसूला नहीं जाता है। यही कारण है कि अवैध खनन तेजी से हो रहा है। यहां भी प्रशासन व राजस्व विभाग अपनी कार्रवाई की रिपोर्ट जिलाधिकारी को भेजकर इतिश्री कर लेते हैं।जुर्माना वसूल न किये जाने व विभागीय लापरवाही का खनन माफिया पूरा फायदा उठा रहे हैं।इसी के चलते बीकेटी तहसील क्षेत्र में खनन माफियाओं के हौसले बुलंद हैं।