डायबिटीज एक गंभीर है, जिसमें बॉडी का शुगर लेवल बढ़ जाता है। इस वजह से कई खतरनाक बीमारियां हो सकती हैं। हमारे शरीर में जब इंसुलिन पर्याप्त मात्रा में नहीं बनता या हमारी बॉडी ठीक से उसका इस्तेमाल नहीं कर पाती, तब डायबिटीज की समस्या होती है।
डायबिटीज की वजह से दिल की बीमारियां, हाइपरटेंशन और किडनी की बीमारियां हो सकती हैं। इसलिए डायबिटीज से बचाव करना बहुत जरूरी है। इसके शुरूआती लक्षणों को पता लगाकर, इसे कंट्रोल किया जा सकता है। हालांकि, इससे बचाव का सबसे बेहतर तरीका है लाइफस्टाइल में बदलाव। जानें क्या होते हैं डायबिटीज के लक्षण और इसके क्या रिस्क फैक्टर्स हो सकते हैं।
क्या हैं डायबिटीज के लक्षण?
सामान्य से अधिक प्यास लगना
अधिक थकावट होना
ज्यादा भूख लगना
धुंधला दिखना
बार-बार यूरिन आने की तीव्र इच्छा
कमजोरी महसूस होना
छाले जो जल्दी ठीक नहीं होते
वजन कम होना
ड्राई स्किन
बहुत खुजली होना
हाथ-पैरों में झंझनाहट
क्या है इसके रिस्क फैक्टर्स?
अधिक वजन होना
वजन बढ़ने की वजह से डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि फैट ज्यादा होने की वजह से इंसुलिन रेजिजटेंस बढ़ जाता है, जिस कारण से ब्लड में ग्लूकोज लेवल बढ़ जाता है। इसलिए वजन मेंटेन करना बहुत जरूरी है।
शारीरिक एक्टिविटी की कमी
बहुत समय तक एक ही जगह बैठे रहना, एक्सरसाइज न करना, डेस्क जॉब, ये सभी डायबिटीज होने के जोखिम को बढ़ाते हैं। इसलिए रोज 30 मिनट की एक्सरसाइज करना जरूरी है। रोज वॉक करना भी डायबिटीज से बचाव में कारगर है।
एल्कोहल
एल्कोहल की वजह से आपकी पैंक्रियाज पर बुरा प्रभाव पड़ता है, जिससे इंसुलिन ठीक से नहीं बन पाता। इंसुलिन की कमी की वजह से ब्लड शुगर लेवल काफी बढ़ जाता है, जिससे डायबिटीज का खतरा होता है। इसलिए शराब न पीएं।
जेनेटिक्स
अगर आपके परिवार में जैसे आपके माता-पिता या भाई-बहन को डायबिटीज है, तो आपको भी डायबिटीज होने का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए अगर आपके परिवार में किसी को डायबिटीज हो, तो अपनी लाइफस्टाइल में सुधार करें, ताकि खतरा कम हो सके।
हाई ब्लड प्रेशर
ब्लड प्रेशर हाई होने की वजह से भी डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए ज्यादा स्ट्रेस न लें, नमक अधिक न खाएं, कोलेस्ट्रॉल कम करें, एक्सरसाइज करें और पूरी नींद लें।