नई दिल्ली। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) की पूर्व छात्र नेता शेहला रशीद के सुर अब बदले-बदले से दिख रहे हैं। हमेशा से भाजपा की आलोचना करने वाली शेहला ने कश्मीर पर केंद्र की नीति की सराहना की है और कहा है कि घाटी में व्यापक सकारात्मक बदलाव हो रहे हैं।
पीएम मोदी के काम से मेरे विचार भी बदले
जब शेहला से पूछा गया कि कश्मीर नीति पर वो एकदम से केंद्र सरकार की प्रशंसा क्यों करने लगी हैं, तो उन्होंने कहा कि घाटी में बहुत तेजी से बदलाव आया है और इसके तथ्य पेश करने के लिए वो तैयार हैं। शेहला ने कहा कि मेरा ह्रदय परिवर्तन मोदी जी के काम से हुआ और वो काम कश्मीर में दिखाई दे रहा है।
शेहला ने आगे कहा कि पीएम मोदी एक निस्वार्थ व्यक्ति हैं और वो भारत के लिए बड़े फैसले लेने से डरते नहीं है। शेहला ने आगे कहा कि पीएम ने अपने खिलाफ कई आलोचनाओं को झेला, लेकिन वो अपने विकास के कामों से पीछे नहीं हटे।
किसी से भी बहस को तैयार
शेहला राशिद ने आगे कहा कि केंद्र नीतियों में कोई कमी नहीं है और वो इसके लिए किसी से भी बहस के लिए तैयार हैं और घाटी में हो रहे बदलावों पर तथ्य पेश भी कर सकती हैं। बता दें कि शेहला राशिद स्मिता प्रकाश के साथ एएनआई पॉडकास्ट के दौरान एक साक्षात्कार दे रही थीं।
शेहला राशिद ने कहा कि कुछ लोग कहेंगे कि अब आप केंद्र का साथ क्यों दे रहे हैं तो मैं कहूंगी कि आप अभी कश्मीर जाकर नहीं आए हैं। उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं है कि देश में कोई समस्या नहीं है, लेकिन अब कश्मीर नीति अच्छी है इसलिए मैं लोगों को तथ्यों पर बहस करने के लिए आमंत्रित करूंगी।
कन्हैया कुमार की रिहाई की मांग की थी
बता दें कि शेहला रशीद एक कार्यकर्ता, शोधकर्ता और शिक्षाविद हैं। शेहला ने 2016 में देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार तत्कालीन जेएनयू अध्यक्ष कन्हैया कुमार की रिहाई की वकालत करने के लिए प्रसिद्धि हासिल की थी। हाल ही में उन्होंने जम्मू-कश्मीर में ‘बेहतर’ स्थिति के लिए केंद्र सरकार की सराहना करते हुए सुर्खियां बटोरीं हैं।