राम मन्दिर आन्दोलन में इनकी रही अहम भूमिका

चितेश्वर नगर-हनुमान मंदिर पर सुंदरकांड पाठ एवं भंडारे का आयोजन

बलिया। श्रीराम जन्मभूमि मंदिर आंदोलन में 6 दिसंबर 1990 को सम्मिलित रहे कार सेवकों ने अयोध्या में 22 जनवरी को श्रीराम लला के प्राण प्रतिष्ठा के पावन अवसर पर चेतेश्वर नगर हनुमान मंदिर पर सुंदरकांड के पाठ एवं विशाल भंडारे का आयोजन किया है।

श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन में 6 दिसंबर 1991 को चितबड़ागांव थाना क्षेत्र से भी काफी बड़ी संख्या में कार-सेवकों की गिरफ्तारी हुई थी। जिसमें नगर पंचायत चितबड़ागांव से कार- सेवकों में प्रभु नाथ तिवारी और सुमन सिंह के नेतृत्व में दो टुकड़ियों में कार सेवक सम्मिलित थे।

आंदोलन में सम्मिलित होने जा रहे कार सेवकों में सुमन सिंह पुत्र नरेंद्र प्रताप सिंह, उमेश सिंह पुत्र राधा कृष्ण सिंह, शैलेश सिंह पुत्र जनार्दन सिंह, श्रीराम यादव पुत्र खेदू यादव, भारत दुबे पुत्र गुप्तेश्वर दुबे, अजय कुमार सिंह पुत्र राज किशोर सिंह, रमेश चंद पुत्र महेश प्रसाद, लल्लन सिंह पुत्र नगीना सिंह, अरविंद तिवारी पुत्र धर्मात्मानंद तिवारी, रघुनाथ सिंह पुत्र रामशरण सिंह, सती प्रकाश सिंह पुत्र चंद्रभान सिंह, कुमार तिवारी पुत्र रामलाल तिवारी, वशिष्ठ तिवारी पुत्र अंजनी तिवारी, छोटेलाल शर्मा पुत्र कालका प्रसाद शर्मा, प्रवीण कुमार सिंह पुत्र अशोक कुमार सिंह, राजबहादुर सिंह पुत्र जनार्दन सिंह, आकाश तिवारी पुत्र नरसिंह तिवारी, विनोद कुमार सिंह पुत्र ब्रह्मदेव सिंह, प्रदीप कुमार यादव पुत्र दूधनाथ यादव, भागवत दुबे पुत्र दिवाकर दुबे, विजय कुमार सिंह पुत्र कृष्ण सिंह सम्मिलित रहे। सुमन सिंह के नेतृत्व में कार सेवक युवकों को चितबड़ागांव में ही गिरफ्तार कर लिया गया था। जबकि प्रभुनाथ तिवारी के नेतृत्व में कर सेवकों को सुल्तानपुर फैजाबाद बॉर्डर से गिरफ्तार किया गया था। कार सेवकों को 8 दिन गाजीपुर जेल व 7 दिन बलिया जेल में रखा गया था। अगले वर्ष 25 नवंबर 1991 में उक्त कार्य सेवकों पर धारा 151 में मुकदमा पंजीकृत किया गया था।

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