दिल्ली: संसद का विशेष सत्र आयोजित करने के फैसले पर जारी सियासी घमासान के बीच केंद्र सरकार ने वन नेशन वन इलेक्शन को लेकर आठ सदस्यीय कमेटी भी गठित कर दी है. इस कमेटी में गुलाम नबी आजाद का नाम होना और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे का नाम न होना चौंकाने वाला है. अब इस बात को लेकर सियासी गलियारे में चर्चा चरम पर है. इस बीच आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने ट्वीट कर एक बार फिर मोदी सरकार पर निशाना साधा है.
आप सांसद संजय सिंह ने अपने ट्वीट में लिखा है कि वन नेशन वन इलेक्शन के मसले पर विचार करने के लिए एक कमेटी गठित की है. यह मोदी सरकार की डमी कमेटी है. राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे को इसमें न रखना उनका घोर अपमान है. सही मायने में अब इस कमेटी का कोई औचित्य नहीं है. I.N.D.I.A. से घबराए मोदी जी (ONOE) के नाम पर नकली बहस चला रहे हैं।
जीतेगा इंडिया जायेगा मोदी.अब कमेटी पर सियासी रार
मोदी सरकार ने शुक्रवार को अचानक संसद का पांच दिनों के लिए विशेष सत्र आयोजित करने का ऐलान कर विपक्ष को चौंका दिया है.उसके बाद से इसको लेकर विपक्षी दलों और सत्ताधारी पार्टी के बीच सियासी घमासान के हालात हैं. कांग्रेस और आम आदमी पार्टी सहित कई अधिकांश पार्टियों ने इसका विरोध किया है. विरोधी दलों के नेता इसके औचित्य पर सवाल उठा रहे हैं. विपक्षी नेताओं का कहना है कि सरकार ने कोरोना महामारी, मणिपुर हिंसा, नोटबंदी जैसे मसलों पर विशेष सत्र आयोजित नहीं किया, तो अब ऐसा करने का कोई औचित्य नहीं है. फिर केंद्र सरकार ने इस मसले पर विपक्ष से बात नहीं की. वहीं वन नेशनल वन इलेक्शन पर गठित कमेटी में शामिल ना पर भी विपक्षी दलों ने ऐतराज किया है. संजय सिंह ने ट्वीट कर केंद्र की इस कमेटी को डमी कमेटी करार दिया है.
I.N.D.I.A. के तेवर सख्त
कि लोकसभा चुनाव 2024 आठ माह बाद होना है. इस बार चुनाव में एनडीए और इंडिया के बीच मुकाबला तय माना जा रहा है. 28 दलों का समूह यानी इंडिया के नेता इस बार बीजेपी को केंद्र की सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाना चाहते हैं. इस योजना के तहत इंडिया के नेता बीजेपी पर अभी से आक्रामक दिखाई देने लगे हैं. फिलहाल, दोनों गुट के लोग चुनाव की तैयारी में जुट गए हैं. यही वजह है कि दोनों ओर से सियासी आरोप-प्रत्यारोप चरम पर पहुंच गया है.