रुपये लेने गया और फिर वापस नहीं लौटा… अपहरण कर की हत्या, परिजन बोले- पुलिस की लापरवाही ने ली जान

बरेली| फरीदपुर कस्बे के मोहल्ला भूरे खां गौटिया से अपहृत मोहम्मद सैफ उर्फ मुन्ना (16) की गोली मारकर हत्या कर दी गई। बृहस्पतिवार को उसका शव हरदोई के देहात कोतवाली क्षेत्र के घोसार गांव में नाले से बरामद हुआ। हरदोई पुलिस की मदद से एक शख्स को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी गई है।

सैफ फरीदपुर में बाइपास पर भूसे की एक दुकान पर काम करता था। मां जाकिरा बी ने बताया कि 11 फरवरी की शाम वह दुकान पर रुपये लेने गया था। उसके बाद नहीं लौटा। सोमवार को 11 बजे किसी ने उनके बेटे के फोन से ही उन्हें कॉल करके कहा कि सैफ का अपहरण हो गया है।

यह बताते हुए 10 लाख रुपये की मांग की। साथ ही पुलिस से शिकायत करने पर सैफ को मार देने की धमकी दी। जब मां कुछ रकम लेकर हरदोई में बताई गई जगह पर पहुंचीं तो उन्हें वहां कोई नहीं मिला। इसके बाद जाकिरा की तहरीर पर पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज कर ली।

फरीदपुर पुलिस ने सैफ का मोबाइल नंबर सर्विलांस पर लगाने के बाद हरदोई में घोसार स्थित एक ईंट भट्ठे पर छापा मारा। वहां से सैफ के मोहल्ले के तस्लीम को गिरफ्तार किया। उसकी निशानदेही पर नाले से सैफ का शव बरामद किया। उसकी हत्या सिर पर गोली मारकर की गई है। पुलिस के मुताबिक घटना की वजह को लेकर तस्लीम लगातार बयान बदल रहा है। पहले उसने रुपयों के लेनदेन के विवाद में हत्या किए जाने की बात कही, फिर कहा कि गोकशी के मामले में फंसाने पर सैफ की हत्या की है।

परिजन बोले- पुलिस की लापरवाही ने ले ली जान
सैफ उर्फ मुन्ना का शव मिलने के बाद परिजन ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया है। परिजन का कहना है कि गुमशुदगी दर्ज करने के बाद भी पुलिस हीलाहवाली करती रही। यह कहकर टाल मटोल करती रही कि कहीं चला गया होगा खुद ही आ जाएगा। रुपयों के लिए वह खुद मनगढ़ंत कहानी बनाकर दूसरों से कॉल करा रहा है। अगर फरीदपुर पुलिस पहले दिन से ही घटना को गंभीरता से लेती तो सैफ को बचाया जा सकता था।

परिवार के अनुसार 12 फरवरी को आरोपियों ने कॉल करके 10 लाख रुपये की फिरौती मांगी। परिजन ने थाने जाकर सूचना दी। पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज की लेकिन सैफ को ढूंढ़ने की कोशिश नहीं की। 10 लाख की फिरौती की बात पुलिस मनगढ़ंत मानती रही।

पुलिस देती रही यह तर्क
परिजन बार-बार थाने जा रहे थे लेकिन पुलिस मामले को यह कहकर हल्के में लेती रही कि रुपये वसूलने के लिए खुद सैफ फिरौती का फोन करा रहा है। जबकि परिवार वाले बार-बार पुलिस को बता रहे थे कि सैफ इस स्वभाव का नहीं है। अगर उसे रुपये चाहिए होते तो वह खुद मांग लेता। 10 लाख रुपये की उसे कोई जरूरत ही नहीं।

बावजूद इसके पुलिस शुरू में मामले को हल्के में ही लेती रही। बाद में जब कॉल डिटेल निकलवाई गई तब पता चला कि मोहल्ले के ही एक युवक की सैफ से बात हुई है। इस युवक की लोकेशन हरदोई आ रही थी। पूछताछ के बाद हत्या की बात बताई। पकड़े गए हत्यारोपी ने ही सैफ का शव बरामद कराया।

12 फरवरी को ही कर दी गई थी हत्या
जांच पड़ताल में यह भी पता चला कि हत्यारोपी ने सैफ को हरदोई ले जाने के बाद दूसरे दिन 12 फरवरी को ही मार दिया था। इसके बाद भी वह फिरौती की रकम वसूलना चाहता था।

एसएसपी घुले सुशील चंद्रभान ने बताया कि सैफ की हत्या उसी के मोहल्ले के युवक ने की है। दोनों में पहले से ही जान पहचान थी। उसे पकड़ लिया गया है। हत्यारोपी ने ही शव को बरामद कराया है। हत्यारोपी हत्या के बाद भी फिरौती वसूलना चाहता था। उसे गिरफ्तार कर लिया गया है।

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