यरुशलम। बीते 24 घंटों में मृतकों की संख्या 147 होने पर इजरायल ने अमेरिका से कहा है कि वह आमजनों को बचाते हुए हमास और इस्लामिक जिहाद के खिलाफ कार्रवाई कर रहा है। इसी के साथ गाजा में मरने वालों की संख्या बढ़कर 23,357 हो गई है जबकि 60 हजार घायल हुए हैं। इस बीच सुरक्षा परिषद में गाजा में तत्काल युद्धविराम की मांग वाला प्रस्ताव अमेरिका ने वीटो का इस्तेमाल कर एक बार फिर रोक दिया है।
गाजा से दो हफ्ते पहले थलसेना की पांच ब्रिगेड बुलाने के बाद इजरायल एक बार फिर वहां सैनिकों की संख्या कम करने पर विचार कर रहा है। इजरायली सरकार ने संकेत दिया है कि उत्तरी गाजा से कुछ और सैनिकों को वापस बुलाया जाएगा। यह वही इलाका है जहां पर इजरायली सेना ने युद्ध के शुरुआती दिनों में सख्त कार्रवाई की है। उत्तरी गाजा में जान-माल का बड़ा नुकसान हुआ है और वहीं के सबसे ज्यादा लोग बेघर हुए हैं। बेघर लोगों के लिए निर्धारित मिस्त्र सीमा के नजदीक का रफाह कस्बा भी शरणार्थियों के लिए सुरक्षित नहीं है।
बुधवार सुबह अस्पताल के बाहर 15 शवों के साथ उनके परिवार के लोग रोते और दुखी दिखाई दिए। ये 15 लोग बीती रात इजरायल के हवाई हमलों में मारे गए थे। मारे गए लोगों में कई बच्चे थे। मध्य गाजा के अल-बुरेज, नुसीरत और मेघाजी में पूरी रात इजरायली बमबारी की सूचना है। बुरेज और मेघाजी शहरों में काफी अंदर तक इजरायली सेना के टैंक पहुंच गए हैं और सैन्य दस्ते वहां पर कार्रवाई कर रहे हैं। मध्य गाजा के लोगों को दीर अल-बलाह जाकर वहां शरण लेने के लिए कहा गया है लेकिन इजरायली सेना वहां भी हमले कर रही है।
गाजा में स्वास्थ्य सेवाओं में लगे संगठन रेड क्रीसेंट के चार कर्मचारी बुधवार को दीर अल-बलाह में इजरायली हमले में मारे गए। गाजा युद्ध के तीन महीनों में चौथी बार क्षेत्र के दौरे पर आए अमेरिकी विदेश मंत्री ब्लिंकन बुधवार को वेस्ट बैंक के रामल्ला शहर गए और वहां पर फलस्तीनी प्राधिकार के राष्ट्रपति महमूद अब्बास से मिले। इजरायल के कब्जे वाले वेस्ट बैंक में पीए को सीमित अधिकारों के साथ शासन का अधिकार है। पहले गाजा में भी पीए का शासन था लेकिन उसके बाद 2007 में वहां की सत्ता पर हमास ने कब्जा कर लिया था।
अब्बास से मुलाकात में ब्लिंकन ने कहा, अमेरिका स्वतंत्र फलस्तीन राष्ट्र की मांग का समर्थन करता है। उन्होंने पीए के राष्ट्रपति के साथ गाजा में शासन कायम करने पर बात की। अमेरिका चाहता है कि हमास को गाजा की सत्ता से दूर कर वहां पर पीए कायम किया जाए जिसका नेतृत्व महमूद अब्बास करें। वार्ता में अब्बास ने कहा, गाजा या वेस्ट बैंक से किसी भी स्थिति में फलस्तीनियों का अन्यत्र विस्थापन नहीं होना चाहिए। ब्लिंकन ने इससे पहले मंगलवार को तेल अवीव में इजरायली नेताओं से मुलाकात की थी।
बर्बाद मकानों को नरसंहार का साक्ष्य माने आइसीजे
संयुक्त राष्ट्र के विशेष दूत बालाकृष्णन राजगोपाल ने गाजा में बर्बाद हुए मकानों को नरसंहार का सुबूत बताया है। कहा है कि अंतरराष्ट्रीय न्यायालय को इन मकानों को नरसंहार के साक्ष्य के रूप में स्वीकार करना चाहिए। विशेष दूत ने कहा है कि इजरायली हमलों से गाजा के 56 प्रतिशत मकान नष्ट या बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुके हैं। उत्तरी गाजा में बर्बाद हुए मकानों की संख्या और ज्यादा है, वहां के 82 प्रतिशत मकान और बड़े भवन इजरायली हमलों के चलते इस्तेमाल के लायक नहीं बचे हैं। गाजा में इजरायल द्वारा नरसंहार का आरोप लगाते हुए दक्षिण अफ्रीका ने आइसीजे में याचिका दायर की है।
हिजबुल्ला इजरायल से लड़ाई नहीं बढ़ाना चाहता
इजरायली हमले में हिजबुल्ला के तीन और लड़ाके मारे गए हैं। इनमें अली हुसैन बर्जी नाम का कमांडर भी शामिल है। इन्हें मिलाकर आठ अक्टूबर से इजरायल और हिजबुल्ला के बीच छिड़ी लड़ाई में अभी तक हिजबुल्ला के करीब 140 लड़ाके मारे गए हैं। इस बीच हिजबुल्ला के उप नेता नईम कासिम ने कहा है कि उसका संगठन इजरायल के साथ लड़ाई को बढ़ाना नहीं चाहता है।