गुवाहाटी । मुख्यमंत्री डॉ हिमंत बिस्व सरमा ने कहा है कि राज्य में हुई भ्रष्टाचारमुक्त नियुक्तियां उनके लिए गर्व का विषय है। जब तक वे जीएंगे तब तक उन्हें इस बात का गर्व रहेगा कि उन्होंने भ्रष्टाचारमुक्त तरीके से बेरोजगारों को सरकारी नौकरियां उनके प्रतिभा के आधार पर दी थी।
गुरुवार को यहां मीडिया से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री डॉ सरमा ने विधायक रमाकांत देउरी के उस वक्तव्य को अपने लिए सर्टिफिकेट माना, जिसमें देउरी ने कहा है कि सरमा के समय में वे विधायक होकर भी एक चपरासी को भी नौकरी नहीं दे सकते हैं, तो उन्हें विधायक बने रहने का क्या फायदा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि विधायक देउरी की कही गई बातें उनके लिए एक सर्टिफिकेट है कि असम में बिना किसी पैरवी और भ्रष्टाचार के बेरोजगारों को सरकारी नौकरियां दी गई हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बात सही है कि विधायक तो क्या मुख्यमंत्री भी आज चाहकर भी किसी को एक नौकरी नहीं दे सकते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने उन्हें मुख्यमंत्री बनने के बाद कहा था कि असम में साफ-सुथरे तरीके से सरकारी नौकरियां युवाओं को मिलनी चाहिए। उसका शत-प्रतिशत पालन किया गया है।