देहरादून। उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा है कि नरेन्द्र मोदी के 10 वर्ष के शासन के बाद मतदाता बदलाव चाहते हैं और यह परिवर्तन आगामी लोकसभा चुनावों के नतीजे तय करेगा। लगातार तीसरी बार सत्ता में लौटने का भरोसा जताने संबंधी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की हालिया टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए रावत ने कहा कि 10 साल बाद मतदाताओं में ”परिवर्तन की आकांक्षा” जगी है।
रावत ने एक साक्षात्कार में कहा, “मतदाता बदलाव चाहते हैं। जनता के लिए बुनियादी मुद्दे महंगाई, बेरोजगारी, अमीर-गरीब के बीच बढ़ती खाई हैं। भ्रष्टाचार बढ़ रहा है, रुपये की कीमत गिर रही है, सीमा पर चीन की घुसपैठ जारी है, कश्मीर में आतंकवाद पर लगाम नहीं लग रही। ऐसे कई मुद्दें हैं, जिनके आधार पर मतदाता अपना मन बनाएगा।” मोदी ने हाल ही में कहा था कि देश ही नहीं बल्कि दुनिया के लोगों को भी भरोसा है कि ‘आएगा तो मोदी ही।’
रावत ने कहा कि ‘अब की बार 400 पार’ जैसे नारे आत्मविश्वास से ज्यादा भाजपा में घबराहट को दर्शाते हैं। आगामी चुनावों के लिए कांग्रेस की तैयारियों से संबंधित एक सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा, “हमारी तैयारियों का एक बड़ा उदाहरण राहुल गांधी की पदयात्रा है, जिसमें हर दिन हजारों लोग शामिल हो रहे हैं। हजारों लोगों से सीधा संवाद किया जा रहा है। संगठनात्मक रूप से, हम और हमारे सहयोगी अपने स्तर पर काम कर रहे हैं।”
उन्होंने कहा, “चूंकि फिलहाल मीडिया पर सरकार का नियंत्रण है, इसलिए हमारी तैयारियों के बारे में नहीं बताया जा रहा। हमारी जमीन पर अच्छी तैयारी है और हम अच्छी लड़ाई लड़ेंगे, बदलाव की आकांक्षाओं को साकार करने में लोगों की मदद करेंगे।”