दिल्ली में प्रदूषण को काबू करने के लिए लागू हुआ ग्रैप-4

नई दिल्ली। देश के कई हिस्सों में वायु प्रदूषण की स्तर काफी बढ़ गया है। दिल्ली-एनसीआर में लोगों का सांस लेना दुश्वार हो गया है। प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखकर राज्य सरकार ने ग्रैप-4 लागू करने का फैसला किया है। अब तक ग्रैप-3 लागू था, लेकिन प्रदूषण के स्तर में किसी तरह की गिरावट दर्ज नहीं की गई, जिसके बाद सरकार को यह फैसला लेना पड़ा है।

दिल्ली के प्रमुख शहरों का AQI
दिल्ली में नवंबर की शुरुआत से ही वायु प्रदूषण का स्तर खतरे की निशान को पार कर गया है। सरकार प्रदूषण को कम करने के कई कदम उठा रही है, लेकिन कोई परिणाम नजर नहीं आ रहा है। बता दें कि दिल्ली के सभी शहरों में फिलहाल एक्यूआई 300 के पार है। प्रदूषण का सबसे खराब स्तर आनंद विहार में है। 6 नवंबर की सुबह आठ बजे के डेटा के मुताबिक, आनंद विहार का वायु प्रदूषण स्तर 922 दर्ज किया गया है।

दिल्ली-एनसीआर का बुरा हाल
वहीं, शाहदरा में 586, जहांगीरपुरी में 543, आरके पुरम में 408, ओखला में 400, गाजियाबाद में 533, मुंडका में 633 AQI स्तर दर्ज किया गया है। इसके साथ ही, नोएडा 125 में 313, फरीदाबाद में 335, ग्रेटर नोएडा में 447 और गुरुग्राम में 308 एक्यूआई दर्ज किया गया।

ग्रैप का चौथा चरण
दिल्ली के हालात सुधारने के लिए राज्य सरकार ने ग्रैप-4 लागू कर दिया है, जिसके तहत वायु प्रदूषण को कम करने के लिए कई कदम उठाए जाते हैं। इसमें की चीजों पर पाबंदी लगा दी जाती है।

दिल्ली के बाहर से आने वाले सभी ट्रकों को प्रवेश पर पाबंदी रहेगी। हालांकि, जरूरी सामान लाने वाले सीएनजी और इलेक्ट्रिक ट्रकों पर को आवागमन की अनुमति रहेगी।

एनसीटी दिल्ली व एनसीआर में डीजल चलित चार पहिया वाहनों पर रोक रहेगी, लेकिन आपातकालीन वाहनों को छूट दी गई है।

एनसीआर में उद्योगों पर पाबंदी लगा दी गई है, जहां पीएनजी ईंधन की सुविधा नहीं है। हालांकि, दूध व डेयरी उत्पादों और मेडिकल उपकरणों से जुड़े उद्योगों को छूट दी जाएगी।

निर्माण व विध्वंस गतिविधियों पर रोक लगा दी गई है और फ्लाईओवर, राजमार्ग, पुल व पाइपलाइन समेत अन्य गतिविधियों पर भी रोक रहेगी।

एनसीआर राज्य सरकारें सार्वजनिक, निगम और निजी दफ्तरों में 50 फीसदी क्षमता के साथ वर्क फ्रॉम होम की छूट दे सकती है।

राज्य सरकारें स्कूल व कॉलेज को बंद करने के साथ गैर-आपातकालीन गतिविधियों को बंद कर सकती है।

पढ़ें अपने शहर का हाल
सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (CPCB) के मुताबिक 6 अक्टूबर सुबह 9 बजे मुंबई का AQI 216, कोलकाता के शहर का AQI 163, रायपुर के शहर का AQI 123, लखनऊ का AQI 238 और जयपुर में AQI 250 दर्ज किया गया है।

सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (CPCB) ने 5 अक्टूबर शाम 4 बजे का डेटा जारी करते हुए देश के कई प्रमुख शहरों का एक्यूआई डेटा जारी किया है।

चेन्नई और बेंगलुरु में बेहद साफ वातावरण
सीपीसीबी की जारी रिपोर्ट के मुताबिक, देश के कई शहरों में हवा जहरीली होती जा रही है, तो वहीं कुछ शहरों की हवा की गुणवत्ता काफी बेहतरीन है। इन शहरों में बेंगलुरु, चेन्नई, चित्तूर, कोच्चि, मेंगलुरु और तिरुवनंतरपुरम शामिल हैं। इनमें से किसी भी शहर का AQI 50 के पैरामीटर के पार नहीं है।

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