नई दिल्ली। बात साल 2009 में हुए लोकसभा उपचुनाव की है। सपा की डिंपल यादव के सामने कांग्रेस से अभिनेता राजबब्बर के चुनाव मैदान में उतरे तो फिरोजाबाद लोकसभा सीट सुर्खियों में आ गई थी।
राजबब्बर के समर्थन में उनके अभिनेता बेटे आर्यन, बेटी जूही बब्बर और नगमा जैसी अभिनेत्री तो प्रचार कर ही रही थीं। जब सलमान खान का रोड शो हुआ तो राजबब्बर का पलड़ा और भारी हो गया था। इसके जवाब में सपा ने जया बच्चन और जया प्रदा को उतारा। ग्लैमर की काट ग्लैमर से करने के प्रयास तो हुए ही तीखे शब्द बाण भी चले। प्रतिद्वंदी पार्टी यानी सपा के एक वरिष्ठ नेता (अमर सिंह) ने एक कार्यक्रम में राजब्बर को गद्दार और सलमान खान को वांटेड कहा था।
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इधर, सलमान खान के रोड शो के बाद कांग्रेस मुस्लिम मतदाताओं का समर्थन जुटा चुकी थी। भाजपा के वोट अपने पक्ष में करने के लिए चुनाव प्रचार के अंतिम दिनों में कांग्रेस ने गोविंदा को मैदान में उतारा। एसआरके पीजी कॉलेज के मैदान में उनकी सभा कराई गई। इसके लिए 500 मीटर दूर पीडी जैन कॉलेज के मैदान में हेलीपैड बनवाया गया।
गोविंदा को देखने को उतावले हो गए लोग
गोविंदा को देखने के लिए लोग उतावले हो उठे। हेलीपैड से सभा स्थल तक सड़कें और मैदान भी खचाखच भर गया। पैर रखने की जगह नहीं थी। स्थिति ये हुई कि गोविंदा को कार से कार्यक्रम स्थल तक पहुंचने के लिए दो घंटे से अधिक समय लग गया। वे जब मंच पर पहुंचे, उस समय तक कांग्रेस के तत्कालीन राष्ट्रीय महासचिव दिग्विजय सिंह का संबोधन हो चुका था।
इसके बाद मंच का संचालन प्रमोद तिवारी ने संभाला। गोविंद ने मंच पर पहुंचते ही जब ये कहा कि राजबब्बर गद्दार नहीं खुद्दार हैं तो सीटियां बजने लगीं। उनकी बातों का असर हुआ।
कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष हरिशंकर तिवारी ने बताया कि राजबब्बर को फिरोजाबाद और टूंडला विधानसभा क्षेत्र से ही इतनी बढ़त मिली कि जीत का सेहरा उनके सिर बंधा। वह 85 हजार वोटों से जीते।