गूगल के CEO सुंदर पिचाई और माइक्रोसॉफ्ट के CEO सत्या नडेला इजराइल पर हुए आतंकी हमले और हमास से बढ़ते संघर्ष को लेकर दुख व्यक्त किया है। पिचाई ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म x पर लिखा,’ इजराइल में हमने अपने सभी एम्प्लॉइज से संपर्क किया है और उनका सपोर्ट करते रहेंगे। वहां गूगल के 2 ऑफिस और 2 हजार से ज्यादा कर्मचारी हैं।
यह अनइमेजिनेबल है कि वह इस समय क्या एक्सपीरियंस कर रहे हैं। शनिवार से हमारी प्रायोरिटी एम्प्लॉइज की सेफ्टी है।’ वहीं, सत्या नडेला ने लिखा,’इजराइल में हुए आतंकवादी हमले और जो अत्याचार देखने को मिल रहे हैं उससे बहुत दुखी हूं।’
ग्राउंड लेवल पर करेंगे सपोर्ट
सुंदर पिचाई ने कहा, ‘हम अपने प्रोडक्ट के माध्यम से लोगों को रिलायबल, एक्यूरेट इंफॉर्मेशन देने के लिए एक्सपर्ट टीम के साथ काम कर रहे हैं। हम ह्युम्यानिटेरियन (मानवीय) और रिलीफ ऑर्गेनाइजेशन का ग्राउंड लेवल पर सपोर्ट करते रहेंगे। हमारी संवेदनाएं पीड़ितों और उनके परिवारों के साथ हैं।’
हाइफा और तेल अवीव में गूगल के ऑफिस
इजराइल में गूगल के दो ऑफिस हाइफा और तेल अवीव में है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, यहां कंपनी चिप डिजाइनिंग के साथ मशीन लर्निंग और लैंग्वेज अंडरस्टैंडिंग सहित अन्य कई के रिसर्च करती है।
माइक्रोसॉफ्ट CEO सत्या नडेला ने भी जताया दुख
CEO सत्या नडेला ने लिखा, ‘मारे गए और प्रभावित हुए लोगों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं। हमारा ध्यान अपने कर्मचारियों और उनके परिवारों की सेफ्टी पर केंद्रित है। हम सब मिलकर इस नफरत और क्रूरता की निंदा करते हैं। इजराइल में हमारे लगभग 3,000 कर्मचारी सीधे तौर पर प्रभावित हुए हैं। दुनिया भर में हमारे यहूदी एम्प्लॉई हैं, जो इसके कारण दुःख, भय और चिंता में हैं। हमारे पास दुनियाभर में फिलिस्तीनी कर्मचारी भी हैं, जो अपने प्रियजनों की सेफ्टी को लेकर चिंतित हैं और आतंकवाद के खिलाफ हैं।
शनिवार को शुरू हुई फिलिस्तीन और इजराइल की जंग
फिलिस्तीन और इजराइल के बीच जंग शनिवार को शुरू हुई है। जंग के पांचवे दिन तक 1,200 इजराइलियों की मौत हुई है। वहीं इजराइल की जवाबी कार्रवाई में 900 फिलिस्तीनी मारे गए हैं।
इजराइल और फिलिस्तीन के बीच क्यों है विवाद
मिडिल ईस्ट के इस इलाके में यह संघर्ष कम से कम 100 साल से चला आ रहा है। यहां वेस्ट बैंक, गाजा पट्टी और गोलन हाइट्स जैसे इलाकों पर विवाद है। फिलिस्तीन इन इलाकों समेत पूर्वी यरुशलम पर दावा जताता है। वहीं, इजराइल यरुशलम से अपना दावा छोड़ने को राजी नहीं है।
गाजा पट्टी इजराइल और मिस्र के बीच में है। यहां फिलहाल हमास का कब्जा है। ये इजराइल विरोधी समूह है। सितंबर 2005 में इजराइल ने गाजा पट्टी से अपनी सेना वापस बुला ली थी। 2007 में इजराइल ने इस इलाके पर कई प्रतिबंध लगा दिए। फिलिस्तीन का कहना है कि वेस्ट बैंक और गाजा पट्टी में स्वतंत्र फिलिस्तीन राष्ट्र की स्थापना हो।
बाइडेन ने इजराइल के लिए मदद दोगुना करने की घोषणा की
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और उप राष्ट्रपति कमला हैरिस ने इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से युद्ध के हालात की जानकारी ली है। बाइडेन ने मंगलवार देर रात व्हाइट हाउस से अपने संबोधन में कहा कि अमेरिका इजराइल के साथ है। इजराइल में एक हजार लोगों की अमानवीय तरह से हत्याएं की गई हैं। इनमें 14 अमेरिकी नागरिक मारे गए। इजराइल में नरसंहार हुआ है। इजराइल को इस हमले का जवाब देने का अधिकार है।
इसके साथ ही उन्होंने इजराइल के लिए मदद को दोगुना करने की घोषणा की। बाइडेन ने कहा- यह आतंकवाद है, लेकिन दुख की बात है कि यहूदी लोगों के लिए यह कोई नई बात नहीं है। वहीं अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने बताया कि इजराइल के साथ एकजुटता दिखाने के लिए विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन आज को इजराइल रवाना होंगे। उनके गुरुवार को इजराइल पहुंचने की उम्मीद है।
नेतन्याहू ने मोदी को फोन किया
PM बेंजामिन नेतन्याहू ने 10 अक्टूबर की शाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फोन किया था। उन्होंने मोदी को जंग के बारे में पूरी जानकारी दी। इसके बाद मोदी ने ट्वीट किया- भारत के लोग इस मुश्किल घड़ी में इजराइल के साथ हैं। हम हर तरह के आतंकवाद के खिलाफ हैं।