ठांस के पिस्टल बुलेट से घूमीहो,दरोगा यस मजा मास्टरी मा ना

पईहोदेवा, बाराबंकी। हाजी वारिस अली शाह की वालिद कुर्बान अली शाह की याद में लगे देवा महोत्सव 2023 के संस्कृत पंडाल में शनिवार की रात अखिल भारतीय कवि सम्मेलन अमरीश अंबर के संयोजन में आयोजित हुआ।इस कवि सम्मेलन देश के नामचीन कवियों ने अपने अपने काव्य पाठ दर्शको रात भर सुनते रहे ,कवियों की रचनाओं पर दर्शक तालियां बजाता रहे जैसे-जैसे रात बढ़ती गई कवि सम्मेलन आसमान की बुलंदियों को छूता गया । कवि सम्मलेन का संचालन प्रवीण शुक्ल ने किया lकार्यक्रम की शुरुआत अपर जिलाधिकारी अरुण कुमार सिंह, उपजिलाधिकारी विजय त्रिवेदी ने मां सरस्वती के चित्र पर दीप जलाकर किया। लखनऊ के कवि लोकेश त्रिपाठी ने पढ़ा- कि “मन के भावों का चित्रण है कविता, कविता कोई व्यापार नहीं” इसके पश्चात बहराइच के कवि योगेंद्र मिश्र योगी ने पढ़ा “हाथ में है हाथ उसका हिचकियों के दिन गए, द्वार पूजा की प्रतीक्षा खिड़कियों के दिन गए” गाकर खूब तालियां बटोरी।दिल्ली के कवि मानवी माथुर ने पढ़ा “पूरे मन से चाहा हो तो फिर दुश्मन का देश सही, राम भक्तों को लंका में भी राम भक्त मिल जाता है” तो लोगों ने खूब तालियां बजाई। इटावा के कवि राम भदावर ने पढ़ा “मैं यह नहीं कहता कि जाकर महामारी करो, पर यह तय है कि युद्ध की पुरजोर तैयारी करो”।

मध्य प्रदेश के कवि मनोहर मनोज कटनी ने पढ़ा “डॉक्टर होकर आप कैसी बात करते हैं, इस देश में लोग जहर से नहीं दवाइयों से मरते हैं”।श्रावस्ती के कवि शायर बाराबंकी मीडिया सेल प्रभारी इंस्पेक्टर धर्मराज उपाध्याय ने पढ़ा “जनवरी जस मजा फरवरी में ना पईहो गद्दा जस मजा दरी मा ना पईहो ठांस के पिस्टल बुलेट से घूमीहो दरोगा यस मजा मास्टरी मा ना पईहो ” एक है मेरी नजरो में अशफाक और बिस्मिल्ल हर एक कतरा मेरा लहू का हिंदुस्तानी है”गाकर खूब वाह वही बटोरी। उन्नाव से आए कवि स्वयं श्रीवास्तव ने पढ़ा “मुश्किल था संभलना ही पड़ा घर के वास्ते, फिर घर से निकलना ही पड़ा घर के वास्ते” पढ़कर खूब वाह वही बटोरी।अलीगढ़ से आई कई मुमताज नसीम ने पढ़ा “आज इकरार कर लिया हमने खुद को बीमार कर लिया हमने,अब तो लगता है जान जाएगी तुमसे जो प्यार कर लिया हमने” गाकर धूम मचा दी।

दिल्ली से आए कवि व कार्यक्रम के संचालक प्रवीण शुक्ल ने पढ़ा “मैंने जिन्न से कहा कि संभव हो तो भ्रष्टाचार भगा दो, जिन्न बोला मैं बोतल में बंद हो रहा हूं तुम बोतल से ढक्कन लगा दो”। इस मौके पर तहसीलदार योगेंद्र सिंह, राय सर्वेश्वर बली, लेखपाल सतीश तिवारी, श्वेता मिश्रा, अरुण मिश्रा,प्रताप जायसवाल,दीपराज सिंह,के के निगम,अखिलेश बाजपेई,सुरेंद्र मौर्य,शिवम सिंह आदि लोग मौजूद रहे।

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